नंदिनी अग्रवाल हमेशा एक मेहनती विद्यार्थी रही हैं और इसी कारण से उन्हें स्कूल की दो क्लास छोड़ने का अवसर मिला। परिणामस्वरूप, उन्होंने 13 साल की उम्र में 10वीं की बोर्ड परीक्षा और 15 साल की उम्र में 12वीं की बोर्ड परीक्षा पूरी कर ली।
उनके स्कूल में आए एक गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड हॉल्डर से मोटिवेट होकर, नंदिनी में खुद कुछ अलग हासिल करने की इच्छा हुई। उन्होंने सबसे कम उम्र में सीए बनने का टारगेट रखा था।
2021 में, 19 साल की उम्र में, नंदिनी अग्रवाल ने सीए फाइनल परीक्षा में 800 में से 614 नंबर ला कर ऑल इंडिया रैंक 1 बनी।
जब उनका रिजल्ट एलान हुआ तब वह 9 साल और 330 दिन की थीं, जिससे उन्हें गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स ने उन्हें दुनिया की सबसे कम उम्र की महिला चार्टर्ड अकाउंटेंट का खिताब दिया।
नंदिनी के बड़े भाई ने उनकी इस जर्नी में खास भूमिका निभाई है। चूंकि वह सीए परीक्षा की तैयारी भी कर रहे थे, उन्होंने उनके सामने आने वाली चुनौतियों को समझा और गाइड किया।
जहां नंदिनी ने फाइनल मेरिट लिस्ट में पहला स्थान पाया वहीं उनके भाई ने उसी परीक्षा में 18वां स्थान हासिल किया था।