श्रावण मास की पावन बेला में इंदौर से उज्जैन महाकालेश्वर के लिए नंदीश्वर कावड़ यात्रा का शुभारंभ गुरुवार सुबह बड़े ही भव्य और श्रद्धामय माहौल में हुआ। “बोल बम, बाबा ने बुलाया है, कांवड़िया आया है” जैसे नारों की गूंज के बीच, जबरन कॉलोनी स्थित सुनकर धर्मशाला से यह यात्रा प्रारंभ हुई। यात्रा का नेतृत्व यशोधन जैन ने किया और मार्गदर्शन में श्रद्धालु नगर भ्रमण करते हुए महाकालेश्वर मंदिर के लिए रवाना हुए।
चार वर्षों से हो रही है यह श्रद्धा भरी यात्रा
संयोजक धनंजय अनीत जैन ने जानकारी दी कि यह कावड़ यात्रा पिछले चार वर्षों से निरंतर श्रावण मास में आयोजित की जा रही है। यह यात्रा ओंकारेश्वर से इंदौर होते हुए उज्जैन महाकाल तक जाती है। इसका मुख्य उद्देश्य उन भक्तों की आस्था को महाकाल तक पहुँचाना है, जो किसी कारणवश स्वयं उज्जैन जाकर दर्शन नहीं कर सकते। उनके नाम से पवित्र जल अर्पित कर उन्हें महाकाल दर्शन का पुण्य प्रदान किया जाता है।
श्रद्धालुओं के नाम से जुटाया गया पवित्र जल
इस वर्ष विशेष पहल के अंतर्गत राजबाड़ा पर एक स्टॉल लगाया गया, जहां देशभर से श्रद्धालुओं ने अपने नाम से पवित्र जल भेजा। यह जल कावड़ में रखकर उज्जैन ले जाया जा रहा है, जिसे बाबा महाकाल के चरणों में अर्पित किया जाएगा। यह एक अभिनव प्रयास है, जिसमें भक्त भले ही शारीरिक रूप से यात्रा में न हों, पर उनकी आस्था और श्रद्धा यात्रा के साथ चल रही है।
भव्य झांकियां और संतों का आशीर्वाद बना आकर्षण
यात्रा में ऊंट, घोड़े, भगवान शिव की झांकियां और बैंड-बाजे के साथ भक्तजन भारी उत्साह में शामिल हुए। यात्रा का एक विशेष आकर्षण रहा अंतरराष्ट्रीय जूना किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर श्री श्री 1008 माता सती नंदगिरी का आशीर्वाद और मां पूजा शर्मा जी की विशेष उपस्थिति। साथ ही, प्रसिद्ध भजन गायक नितिन बागवान भी यात्रा में भजन गाते हुए श्रद्धालुओं को भक्ति में सराबोर करते नजर आए।
भगवा ध्वजों से सजा मार्ग, जगह-जगह हुआ स्वागत
यह कावड़ यात्रा जबरन कॉलोनी से प्रारंभ होकर विभिन्न मार्गों से गुजरती हुई राजबाड़ा स्थित अहिल्या माता मंदिर पहुंची, जहां मां को नमन कर उज्जैन के लिए प्रस्थान किया गया। यात्रा मार्ग को भगवा ध्वजों से सजाया गया था और जगह-जगह श्रद्धालुओं एवं संस्थाओं द्वारा कावड़ियों का स्वागत किया गया। श्रद्धा, सेवा और भक्ति का यह अद्भुत संगम वातावरण को संपूर्ण रूप से आध्यात्मिक ऊर्जा से भर रहा था।
उज्जैन में बाबा महाकाल को अर्पित होगा पवित्र जल
यात्रा के समापन पर सभी कावड़िए उज्जैन पहुंच कर भगवान महाकालेश्वर को पवित्र जल समर्पित करेंगे और विधिवत जलाभिषेक कर श्रावण मास की आराधना को पूर्ण करेंगे। इस अवसर पर भारी संख्या में महिला और पुरुष श्रद्धालुओं की भागीदारी देखने को मिली, जो न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि सामाजिक समरसता और भक्ति का भी अद्भुत उदाहरण है।