मध्यप्रदेश की राजनीति और खेल जगत के लिए इस सप्ताह एक महत्वपूर्ण खबर सामने आई है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के भाई नारायण यादव को मध्य प्रदेश कुश्ती संघ का प्रदेश अध्यक्ष चुना गया है। राज्य में खेल गतिविधियों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आयोजित संगठनात्मक बैठक में यह निर्णय लिया गया। बैठक में उपस्थित पदाधिकारियों और सदस्यों ने सर्वसम्मति से नारायण यादव के नाम पर सहमति जताई, और उनके नेतृत्व से भविष्य में कुश्ती खेल को नई दिशा और मजबूती मिलने की उम्मीद व्यक्त की। खेल से जुड़े लोगों का मानना है कि उनकी सक्रियता और संगठनात्मक समझ आने वाले समय में खिलाड़ियों के हितों और सुविधाओं के विकास में अहम भूमिका निभाएगी।
नारायण यादव की नियुक्ति की खबर ऐसे समय आई है जब हाल ही में मुख्यमंत्री के एक अन्य भाई ने भी महत्वपूर्ण पद संभाला था। कुछ दिनों पहले उज्जैन प्रेस क्लब के चुनाव में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के भाई निर्विरोध अध्यक्ष चुने गए थे। प्रेस क्लब में यह चुनाव बिल्कुल शांतिपूर्ण और सकारात्मक माहौल में संपन्न हुआ। वहां मौजूद वरिष्ठ पत्रकारों ने उम्मीद जताई कि नया नेतृत्व मीडिया के साथ बेहतर तालमेल और संवाद स्थापित करेगा तथा पत्रकारों के हितों और सुविधाओं के लिए ठोस कदम उठाएगा। यह भी माना जा रहा है कि संगठन की गतिविधियों में अब नए आयाम जुड़ेंगे।
लगातार कम समय के भीतर मुख्यमंत्री के दोनों भाइयों को महत्वपूर्ण पद मिलना राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बना हुआ है। समर्थकों का कहना है कि इससे प्रदेश में प्रशासनिक और सामाजिक गतिविधियों को गति मिलेगी, क्योंकि दोनों ही क्षेत्रों में अनुभव और नेतृत्व की क्षमता रखने वाले लोग संगठन की कमान संभाल रहे हैं। वहीं कुछ विश्लेषक इसे यादव परिवार के प्रभाव बढ़ने के रूप में भी देख रहे हैं। हालांकि स्थानीय स्तर पर खेल और मीडिया जगत से जुड़े लोगों में आशा की लहर है और उम्मीद की जा रही है कि आने वाले महीनों में दोनों क्षेत्रों में नई योजनाओं और सुधारों की घोषणा देखने को मिल सकती है।