स्वतंत्र समय, नर्मदापुरम
कक्षा दसवी की नाबालिग आदिवासी छात्रावास के साथ स्कूल के ही एक शिक्षक के द्वारा छात्रा के मोबाइल वॉट्सएप पर शिक्षक द्वारा अश्लील वीडियोज़ डालने व उसके साथ छेड़छाड़ करने का मामला 7 जनवरी को सामने आया है। घटना जनजातीय कार्य विभाग के अंतर्गत संचालित होने वाले शासकीय कन्या शिक्षा परिसर पवारखेड़ा का बताया जा रहा है। छात्रा के साथ जब शिक्षक द्वारा छेड़छाड़ व मोबाइल फोन के वाट्सएप पर अश्लील वीडियोज़ शेयर करने का मामला जब विभागीय अधिकारियों के संज्ञान में आया तो उन्होंने आनन-फानन में छेड़छाड़ करने वाले शिक्षक शिवबाबू मिश्रा को कन्या शिक्षा परिसर से हटाकर केसला ब्लॉक के उत्कृष्ट विद्यालय में अटेच कर दिया। जबकि कन्या शिक्षा परिसर में 650 से ज्यादा यहां रहकर पढाई करती है। सूत्रो के मुताबिक शासकीय कन्या शिक्षा परिसर पवारखेड़ा में कक्षा दसवी की छात्रा यहां रहकर पढाई करती है। इसी कन्या परिसर में ही नाबालिग आदिवासी छात्रावास से छेड़छाड़ करने वाला शिक्षक शिवबाबू मिश्रा भी रहता है। लंबे समय से नाबालिग छात्रा के साथ उक्त शिक्षक मोबाइल फोन पर वॉट्सएप पर शिक्षक के द्वारा अश्लील वीडियोज़ भेजता था। शिक्षक की इस करतूत के बारे में नाबालिग छात्रा ने अपनी साथी छात्राओं को इसके बारे में बताया था। तब जाकर छात्रा के साथ छेड़छाड़ करने का मामला उजागर हुआ। पीडि़त छात्रा ने उसके साथ हुए घटनाक्रम के बारे में शासकीय कन्या शिक्षा परिसर पवारखेड़ा की अधीक्षक कनकलता बडकुल इसके बारे में अवगत कराया। अधीक्षक कनकलता बडकुर ने छात्रा के साथ शिक्षक द्वारा छेड़छाड़ करने का प्रतिवेदन बनाकर सहायक आयुक्त मोहित भारती के पास भेजा था।
सहायक आयुक्त ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया
नाबालिग आदिवासी छात्रावास के साथ शिक्षक शिव मिश्रा द्वारा छेड़छाड़ का प्रतिवेदन मिलने के बाद भी सहायक आयुक्त ने इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया। छात्रा के साथ छेड़छाड़ की घटना की फाइल को दबाकर रखा। जबकि नियम के मुताबिक प्रथमदृष्टया में छात्रा के साथ छेड़छाड़ करने वाले शिक्षक शिव मिश्रा को निलंबित कर सकते थे। लेकिन उन्होंने यह जांच प्रतिवेदन संभागीय उपायुक्त जेपी यादव के पास भेज दिया।
पीडि़त छात्रा के साथ अन्य छात्राओं के बयान दर्ज किए
विभागीय स्तर से गठित जांच टीम ने पीडि़त छात्रा के बंद कमरे में बयान लिये गये। साथ ही पीडि़त छात्रा के साथ पढऩे वाली अन्य 40 छात्राओं के बयान लिए गये। जांच टीम ने पीडि़त छात्रा के मोबाइल की जांच भी की। जिसमें स्कूल के शिक्षक शिव बाबू मिश्रा द्वारा भेजे गये अश्लील वीडियो और फोटो को देखकर जांच टीम ने इसकी पुष्ठि सही पाई। हालाकि जांच टीम ने इस मामले की जांच करने के बाद जांच रिपोर्ट संभागीय उपायुक्त जेपी यादव को सौप दी। रिपोर्ट मिलने के बाद संभागीय उपायुक्त ने छात्रा के साथ छेड़छाड़ की करतूत करने वाले शिक्षक को केसला ब्लॉक के शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय में अटेच कर दिया।
जिम्मेदार अधिकारियों ने शिक्षक पर नहीं की कार्यवाही
नाबालिग छात्रा के साथ छेड़छाड़ करने वाले शिक्षक शिव बाबू मिश्रा की जांच में भी छेड़छाड़ करना सही पाया गया। इसके बाद भी विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों के द्वारा छेड़छाड़ करने वाले शिक्षक के खिलाफ कार्यवाही नहीं करना बड़ा सवाल है। सूत्रों के मुताबिक कन्या शिक्षा परिसर की अधीक्षक से लेकर विभाग के आला अधिकारियों ने इस मामले को पूरी तरह दबाने का प्रयास किया।
इनका कहना है …
छात्रा के साथ छेड़छाड़ करने वाले शिक्षक के खिलाफ कार्यवाही होना है। कलेक्टर के माध्यम से शिक्षक पर कार्यवाही के लिए जांच प्रतिवेदन जनजातीय आयुक्त भोपाल को भेजा है।
– जेपी यादव, संभागीय उपायुक्त
मामला संज्ञान में आने के बाद जांच टीम बनाई गयी। जांच में छात्रा के साथ छेड़छाड़ की पुष्ठि होने के बाद शिक्षक को हटाकर दूसरी जगह पदस्थ कर दिया।
– मोहित भारती, सहायक आयुक्त