नरोत्तम ने की थी Saurabh Sharma की नियुक्ति की अनुशंसा

स्वतंत्र समय, भोपाल/ग्वालियर

आरटीआई एक्टिविस्ट ने सौरभ शर्मा ( Saurabh Sharma ) की नियुक्ति पर सवाल उठाते हुए लोकायुक्त से शिकायत की है। ग्वालियर में आरटीओ के पूर्व कॉन्स्टेबल सौरभ शर्मा की नियुक्ति की अनुशंसा तत्कालीन मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने की थी। ये दावा आरटीआई एक्टिविस्ट संकेत साहू ने किया। उन्होंने नरोत्तम की अनुशंसा से जुड़ा एक पत्र भी जारी किया है।

Saurabh Sharma के ठिकानों पर 9 दिन छापेमारी

इस पत्र में 2016 में तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा के लेटर हैड पर सौरभ शर्मा ( Saurabh Sharma ) की अनुकंपा नियुक्ति के लिए अनुशंसा करने का जिक्र है। साहू ने इसे लेकर 27 दिसंबर को लोकायुक्त से शिकायत की। गौरतलब है कि सौरभ शर्मा के खिलाफ तीन एजेंसियां ईडी, लोकायुक्त और आयकर विभाग ने 9 दिन तक छापे की कार्रवाई की थी। इसमें 93 करोड़ से ज्यादा की प्रॉपर्टी मिली है। आरटीआई एक्टिविस्ट साहू ने जो पत्र जारी किया है वह तत्कालीन मंत्री के द्वारा 12 अप्रैल 2016 को लिखा है। इसमें लिखा है कि सौरभ शर्मा प़ुत्र स्व. राकेश कुमार शर्मा निवासी 47 विनय नगर सेक्टर-2 ग्वालियर के पिता का डॉ. राकेश शर्मा जो कि डीआरपी लाइन चिकित्सालय में पदस्थ थे। जिनका 20 नवंबर 2015 को सेवा के दौरान निधन होने के कारण जिले में तृतीय श्रेणी के किसी भी पद पर या संगणक रिक्त पद पर योग्यता अनुसार अनुकंपा नियुक्ति दिलाए जाने का अनुरोध किया है।

नौकरी के लिए फर्जी शपथ पत्र दिया

आरटीआई एक्टिविस्ट साहू ने लोकायुक्त एसपी राजेश मिश्रा से भी शिकायत की थी कि आरटीओ के पूर्व कॉन्स्टेबल सौरभ शर्मा की नियुक्ति पूरी तरह गैर कानूनी है। सौरभ के पिता राकेश कुमार शर्मा की आकस्मिक निधन 20 नवंबर 2015 को हुआ था। इसके बाद सौरभ की मां उमा शर्मा ने शासन को एक शपथ पत्र पेश किया था। इसमें उसने अपने बड़े बेटे सचिन शर्मा की छत्तीसगढ़ में शासकीय सेवा में होने की बात छिपाकर छोटे बेटा सौरभ शर्मा को तृतीय श्रेणी के पद पर नियुक्ति के लिए अनुरोध किया था, जबकि वह इस नियुक्ति के लिए अपात्र था।