उत्तर से लेकर दक्षिण भारत तक इस समय गर्मी ने लोगों की हालत खराब कर दी है। लू और चिलचिलाती धूप के कारण लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो गया है। सबको अब सिर्फ मानसून का इंतजार है, जिससे थोड़ी राहत मिल सके। लेकिन भारतीय मौसम विभाग ने साफ कर दिया है कि अभी कुछ और दिन तक लू और भी ज्यादा सताएगी।
इसी बीच एक और हैरान कर देने वाली जानकारी सामने आई है, जो NASA यानी अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी ने साझा की है। नासा ने बताया है कि धरती का सबसे गर्म स्थान कौन सा है और वहां का तापमान कितना दर्ज किया गया है। जानकर आपको भी यकीन करना मुश्किल हो सकता है।
सबसे गर्म जगह
नासा के अनुसार, धरती पर सबसे गर्म जगह ईरान का लूत रेगिस्तान है, जिसे स्थानीय भाषा में दश्त-ए-लूत भी कहा जाता है। यह ईरान के दक्षिण-पूर्वी हिस्से में स्थित है। यह क्षेत्र बेहद सूखा, बंजर और निर्जन है। यहां जीवन के लक्षण तक नहीं मिलते।
नासा ने अपने एक्वा उपग्रह की मदद से साल 2003 से 2009 तक इस इलाके की सतह के तापमान की निगरानी की। इस दौरान वैज्ञानिकों ने पाया कि लूत रेगिस्तान की सतह का तापमान 70.6 डिग्री सेल्सियस (लगभग 159 डिग्री फॉरेनहाइट) तक पहुंच गया, जो धरती पर अब तक दर्ज किया गया सबसे अधिक सतही तापमान है।
क्या है वजह?
लूत का रेगिस्तान एक शुष्क उपोष्ण कटिबंधीय क्षेत्र में आता है, जहां साल भर बहुत कम बारिश होती है और तापमान लगातार ऊंचा बना रहता है। जून से अक्टूबर के बीच यहां तेज और शुष्क हवाएं चलती हैं, जिससे यह इलाका और ज्यादा तपने लगता है। इस क्षेत्र की सतह काली, जली हुई चट्टानों और बालू से बनी है, जो सूर्य की किरणों को अवशोषित कर और अधिक गर्मी पैदा करती है।
यहां जीवन क्यों नहीं पनपता?
लूत रेगिस्तान की जमीन इतनी गर्म होती है कि वहां किसी भी प्रकार का पौधा, पेड़ या जीव टिक नहीं सकता। वैज्ञानिकों का मानना है कि इस इलाके की सतह पर पानी की एक बूंद भी ज्यादा देर नहीं टिक सकती, और यहां की गर्मी इंसानों के लिए बेहद जानलेवा हो सकती है।
गर्मी के समय भारत का हाल
भारत के कई हिस्सों में गर्मी का असर इन दिनों चरम पर है। राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और दिल्ली समेत कई इलाकों में पारा 45 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया है। लोगों को दिन के समय बाहर निकलना मुश्किल हो गया है। कई राज्यों में गर्म हवाओं यानी लू से लोगों की तबीयत तक बिगड़ रही है।