Himachal Weather : हिमाचल में कुदरत का प्रकोप, बादल फटने से तबाही, 2 की मौत, 20 लापता

Himachal Weather : हिमाचल प्रदेश में मानसून की शुरुआत के साथ ही तबाही का मंजर देखने को मिल रहा है। राज्य के कुल्लू, मंडी और कांगड़ा जिलों में भारी बारिश, बादल फटने और फ्लैश फ्लड जैसी घटनाओं ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। खासकर धर्मशाला और कांगड़ा के इलाकों में निर्माणाधीन हाइड्रो प्रोजेक्ट्स के पास हुई त्रासदियों ने चिंता और शोक का माहौल पैदा कर दिया है।

कांगड़ा में पावर प्रोजेक्ट के पास खड्ड में बाढ़, कई मजदूर लापता

कांगड़ा जिले के धर्मशाला स्थित लूंगटा पावर प्रोजेक्ट के पास अचानक आई बाढ़ में एक बड़ा हादसा हुआ है। मणुणी खड्ड में आई तेज बाढ़ में काम कर रहे 15 से 20 मजदूर पानी के तेज बहाव में बह गए। दो मजदूरों के शव बरामद कर लिए गए हैं, एक शव मणुणी खड्ड में बहकर नीचे की ओर पहुंचा, जबकि दूसरा प्रोजेक्ट के फेस नंबर दो पर मिला है।

इन मजदूरों के अस्थाई शेड खड्ड किनारे बनाए गए थे, जो अचानक आई बाढ़ की चपेट में आ गए। एक मजदूर ने बताया कि वे वेल्डिंग का काम कर रहे थे, जब अचानक पानी का बहाव इतना तेज हो गया कि संभलने का मौका ही नहीं मिला।

मौसम की खराबी के चलते दिल्ली और शिमला के बीच दो उड़ानें रद्द कर दी गई हैं। वहीं घटनास्थल की ओर जाने वाले रास्ते बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुके हैं, जिससे राहत और बचाव कार्यों में भी बाधा आ रही है। कई स्थानों तक केवल पैदल ही पहुंचा जा सकता है, जिससे SDRF और पुलिस बल की टीमें मुश्किल हालातों में काम कर रही हैं।

इंदिरा प्रियदर्शनी हाइड्रल प्रोजेक्ट में बाढ़, दर्जनों मजदूर बहे

इंदिरा प्रियदर्शनी हाइड्रल प्रोजेक्ट, जो सोकणी दा कोट (खनियारा) क्षेत्र में स्थित है, वहां भी दोपहर करीब 1 बजे अचानक मणुणी खड्ड में पानी का बहाव तेज हो गया। इस दौरान प्रोजेक्ट के ब्रिज नंबर 1 के पास काम कर रहे करीब 20 मजदूर बाढ़ की चपेट में आ गए। एक मजदूर परवेज मोहम्मद ने बताया कि कुछ समझ पाते उससे पहले ही पानी ने शेड में रहने वाले लोगों को बहा लिया। एक गाड़ी भी बह गई।

कुल्लू में बादल फटने से भारी तबाही

कुल्लू जिले में चार अलग-अलग स्थानों सैंज के जीवानाला, गड़सा के शिलागढ़, मनाली के स्नो गैलरी और बंजार के होरनगाड़ में बादल फटने की घटनाएं दर्ज की गई हैं। इसके चलते आठ गाड़ियां, 10 पुलियां और एक बिजली प्रोजेक्ट पूरी तरह से बह गए हैं। सैंज के रैला बिहाल क्षेत्र में तीन लोगों के बहने की खबर है।

सैलानियों की जान पर भी संकट

सैंज घाटी के शैंशर, शांघड़ और सुचैहन पंचायत क्षेत्रों में 150 से अधिक पर्यटक वाहन फंस गए हैं, जिनमें लगभग 2,000 पर्यटक सवार हैं। सिउंड के पास सड़क कटने से बाहर निकलने का कोई रास्ता नहीं बचा है। लाहौल में भी 25 से अधिक पर्यटकों के फंसे होने की आशंका जताई गई है।

राहत और बचाव कार्य तेज, लेकिन चुनौतीपूर्ण

जिला प्रशासन, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और स्थानीय पुलिस के सहयोग से राहत और बचाव कार्यों को तेजी से अंजाम दिया जा रहा है। कुल्लू के अतिरिक्त उपायुक्त अश्वनी कुमार ने बताया कि सभी प्रभावित क्षेत्रों में टीमें तैनात कर दी गई हैं। वहीं कांगड़ा के उपायुक्त हेमराज बैरवा ने कहा कि घटनास्थल पर एसडीएम और रेस्क्यू टीमें भेजी गई हैं। फिलहाल दो शव बरामद हो चुके हैं, जबकि बाकी मजदूरों की तलाश जारी है।

ऑरेंज अलर्ट जारी, प्रशासन सतर्क

राज्य में भारी बारिश को देखते हुए मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। प्रशासन ने लोगों से पहाड़ी इलाकों और नदी-नालों के पास जाने से बचने की अपील की है। बीते वर्षों की तरह इस बार भी मानसून हिमाचल में कहर बनकर आया है, और प्रशासन के सामने चुनौती यह है कि कैसे जान-माल के नुकसान को न्यूनतम रखा जाए।