Naxal Attack: छत्तीसगढ़ के बीजापुर में नक्सलियों का फिर आतंक, स्पाइक होल के चपेट में आकर जवान घायल

Naxal Attack: छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में नक्सलियों द्वारा लगाए गए स्पाइक होल की चपेट में आने से एक जवान घायल हो गया। यह घटना रविवार को हुई, जब सुरक्षा बलों की टीम सर्चिंग अभियान पर निकली थी। घटना बासागुड़ा थानाक्षेत्र के पुन्नूर इलाके में हुई। घायल जवान की पहचान आशीष नाग के रूप में हुई है, जो दंतेवाड़ा DRG (डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड) में तैनात हैं। जवान की हालत खतरे से बाहर है, और उसका इलाज जारी है। सुरक्षा बल इस घटना के बाद इलाके में सतर्क हैं, और नक्सलियों की गतिविधियों पर नजर बनाए हुए हैं। यह घटना नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा बलों की चुनौतियों को फिर से उजागर करती है।

अधिकारियों के अनुसार, दंतेवाड़ा और बीजापुर जिलों की सुरक्षा बलों की संयुक्त टीम रविवार को सर्चिंग अभियान पर निकली थी। इस ज्वाइंट ऑपरेशन के दौरान, नक्सलियों द्वारा strategically लगाए गए स्पाइक होल की चपेट में आने से जवान आशीष नाग घायल हो गए। घटना के बाद सुरक्षा बलों ने इलाके में सतर्कता बढ़ा दी है और नक्सलियों की गतिविधियों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। घायल जवान को तुरंत इलाज के लिए ले जाया गया, और उसकी स्थिति अब खतरे से बाहर बताई जा रही है। यह घटना नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा बलों द्वारा चलाए जा रहे अभियानों की जटिलता और खतरे को दर्शाती है।

छत्तीसगढ़ सरकार ने “नियद नेल्ला नार” योजना के तहत नक्सल प्रभावित क्षेत्र में सुरक्षा और विकास को बढ़ावा देने के लिए नवीन सुरक्षा कैंप “वाटेवागु” 20 दिसंबर को स्थापित किया है। यह सुरक्षा कैंप नक्सलियों की पीएलजीए (पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी) बटालियन नंबर-1 के सुरक्षित क्षेत्र में स्थापित किया गया है।

कैंप का उद्देश्य

1. नक्सलियों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई:
यह कैंप नक्सल गतिविधियों पर अंकुश लगाने और सुरक्षा बलों को बेहतर समर्थन देने के उद्देश्य से स्थापित किया गया है।
2. विकास कार्यों को बढ़ावा:
• क्षेत्र में सड़क मार्ग का विस्तार और पुलों का निर्माण किया जाएगा ताकि आम लोगों को सुगम आवागमन की सुविधा मिल सके।
• क्षेत्र में बिजली और पानी की सुविधा सुनिश्चित की जाएगी।
3. स्वास्थ्य और शिक्षा का विस्तार:
• स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत किया जाएगा, जिससे लोगों को अच्छी चिकित्सा सुविधाएं मिल सकें।
• बच्चों के लिए शिक्षा सुविधाओं का विस्तार किया जाएगा, ताकि उन्हें बेहतर भविष्य की ओर ले जाया जा सके।
4. आवश्यक सेवाएं:
• पीडीएस (सार्वजनिक वितरण प्रणाली) की दुकानें खोली जाएंगी, ताकि लोगों को उनके गांव में ही राशन और अन्य आवश्यक वस्तुएं उपलब्ध हो सकें।
• मोबाइल कनेक्टिविटी का विस्तार किया जाएगा, जिससे क्षेत्र को डिजिटल संपर्क से जोड़ा जा सके।

परिणाम की अपेक्षा

यह सुरक्षा कैंप न केवल क्षेत्र में नक्सल प्रभाव को कम करेगा, बल्कि ग्रामीणों को मूलभूत सुविधाएं और विकास कार्यों का लाभ प्रदान कर उन्हें मुख्यधारा में जोड़ने का काम करेगा। इस पहल से शांति और विकास को नई दिशा मिलेगी।