स्वतंत्र समय, नई दिल्ली
लोकसभा चुनाव के बाद अब सरकार बनाने की कवायद शुरू हो गई है। इसी सिलसिले में बुधवार को एनडीए ( NDA ) की पहली बैठक पीएम आवास में शाम 4 बजे हुई। एक घंटे चली बैठक में मोदी को एनडीए का नेता चुना गया। बैठक में 16 पार्टियों के 21 नेता शामिल हुए।
7 जून को NDA की बैठक के बाद दावा पेश करेंगे
सूत्रों के मुताबिक, एनडीए ( NDA ) के सांसदों की 7 जून को बैठक होगी। इसके बाद शाम 5 से 7 बजे के बीच सरकार बनाने का दावा पेश करने के लिए राष्ट्रपति के पास जाएंगे। राजनाथ सिंह, अमित शाह और जेपी नड्डा को सभी सहयोगी दलों के साथ वन-टू-वन बात करने और नई सरकार के स्वरूप पर चर्चा करने की जिम्मेदारी दी गई है। इस बीच पीएम मोदी के इस्तीफे और कैबिनेट को भंग करने की सिफारिश के बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने लोकसभा को भंग कर दिया।
एनडीए की बैठक में मोदी चुने गए नेता
एनडीए की बैठक में पीएम नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा,रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, टीडीपी नेता चंद्रबाबू नायडू, जदयू प्रमुख नीतीश कुमार, शिवसेना एकनाथ शिंदे, एचडी कुमारस्वामी, चिराग पासवान, जीतन राम मांझी, पवन कल्याण, राकांपा सुनील तटकरे, अनुप्रिया पटेल, रालेद से जयन्त चौधरी, एनसीपी से प्रफुल्ल पटेल, प्रमोद बोरो, अतुल बोरा, इंद्रा हैंग सुब्बा, सुदेश महतो, जदयू से राजीव रंजन सिंह और संजय झा शामिल थे। एनडीए की बैठक में प्रस्ताव पारित कर मोदी को दल का नेता चुना गया।
टीडीपी ने 6 मंत्रालय और स्पीकर पद मांगा
सूत्रों के मुताबिक, टीडीपी ने 6 मंत्रालयों सहित स्पीकर पद की मांग की। वहीं, जेडीयू ने 3, चिराग ने 2 (एक कैबिनेट, एक स्वतंत्र प्रभार), मांझी ने एक, शिंदे ने 2 ( एक कैबिनेट, एक स्वतंत्र प्रभार) मंत्रालयों की मांग की है। वहीं, जयंत ने कहा है कि हमें इलेक्शन के पहले एक मंत्री पद देने का वादा किया गया था। इसी तरह अनुप्रिया पटेल भी एक मंत्री पद चाहती हैं।
नायडू बोले… आपको कोई शक
टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू ने कहा-बैठक अच्छी रहीे हम एनडीए के साथ मिलकर चुनाव लड़े तभी आज मीटिंग में शामिल हुए। आप लोगों को क्यों शक है। अगर हम गठबंधन का हिस्सा नहीं होते तो साथ मिलकर चुनाव कैसे लड़ते। हम साथ रहे, 3 पार्टियों ने साथ मिलकर चुनाव लड़ा।
पीएम मोदी बुधवार दोपहर 2 बजे राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मिले
लोकसभा चुनाव में भाजपा को 240 सीटें मिली हैं। यह बहुमत के आंकड़े (272) से 32 सीटें कम हैं। हालांकि एनडीए ने 292 सीटों के साथ बहुमत के आंकड़े को पार कर लिया। चंद्रबाबू की टीडीपी 16 सीटों के साथ दूसरी और नीतीश की जेडीयू 12 सीटों के साथ एनडीए में तीसरी सबसे बड़ी पार्टी बन गई है। दोनों ही पार्टियां इस वक्त भाजपा के लिए जरूरी हैं। इनके बिना भाजपा का सरकार बनाना मुश्किल है।