स्वतंत्र समय, नई दिल्ली
4 जून को जहां एक तरफ पूरे देश में लोकसभा चुनावों के रिजल्ट जारी हो रहे थे वही दूसरी तरफ देश की सबसे बड़ी परीक्षाओं में से एक नीट ( NEET ) का भी रिजल्ट घोषित किया गया। 20 लाख से भी अधिक बच्चों द्वारा दी गई सरकारी और प्राइवेट मेडिकल कॉलेज की इस प्रवेश परीक्षा एग्जाम का रिजल्ट आते ही विवादों से घिर गया है। कई कोचिंग संचालक और छात्रों ने इस बार हुई नीट एग्जाम में गड़बड़ी के आरोप लगाए हैं। हैरानी की बात ये भी है की जिस एग्जाम का रिजल्ट 14 जून को आने वाला था वो रिजल्ट आखिर 10 दिन पहले यानी 4 जून को क्यों जारी किया गया। एक सेंटर में एक ही सीक्वेंस में बैठे 8 में से 6 छात्रों को आए 720/720, अन्य 2 को आए 718 और 719। जिस एग्जाम में पिछले 5 सालों में सिर्फ 2 ही छात्र पूरे अंक ला पाए हैं।
NEET एग्जाम में 718 और 719 नंबर मिलना लगभग नामुमकिन
देशभर के सरकारी और प्राइवेट कालेजों में प्रवेश के लिए दी जाने वाली इस परीक्षा में 200 प्रश्न में से 180 प्रश्न का जवाब देना होता है। हर सही जवाब पर 4 अंक मिलते है और गलत जवाब पर 1 अंक माइनस होता है। इस हिसाब अगर किसी ने सभी 180 प्रश्नों का सही उत्तर दिया तो उसको पूरे 720 अंक मिलेंगे वहीं अगर उसने एक प्रश्न का जवाब नहीं दिया तो उसे 716 अंक मिलेंगे और अगर एक प्रश्न का गलत उत्तर देता है तो उसको 715 अंक मिलेंगे। लेकिन इस बार जारी हुए रिजल्ट में कुछ छात्रों को 718 और 719 नंबर भी मिले जिसकी जानकारी मिलते ही कई कोचिंग संचालकों और छात्रों ने इस पर सवाल उठाने शुरू कर दिए।