New guidelines: 95 फीसदी तक बढ़ेंगे रजिस्ट्री के दाम

स्वतंत्र समय, भोपाल

राजधानी भोपाल में 1 अप्रैल से प्रॉपर्टी की नई नई गाइड लाइन ( New guidelines ) लागू होगी। इसके साथ ही कोलार, नर्मदापुरम रोड पर मिसरोद, सलैया से लेकर अयोध्या नगर समेत करीब डेढ़ हजार जगह पर रजिस्ट्री महंगी हो जाएगी। कलेक्टर गाइडलाइन की बढ़ी हुई दरें एक अप्रैल से लागू होंगी। 1443 लोकेशन पर 1 अप्रेल से जमीन के रेट में 5 से 95 फीसदी की बढ़ोतरी होने जा रही है। एक अप्रैल से नई गाइडलाइन के हिसाब से ही रजिस्ट्री होगी। कोलार, सलैया, अयोध्या बायपास और मिसरोद में 25 से लेकर 94 फीसदी तक दाम बढ़ाए गए हैं। सबसे ज्यादा मिसरोद के कोरल वुड्स में 94 फीसदी की बढ़ोतरी की गई है। पहले यहां रहवासी प्लाट की कीमत 44 हजार रुपए वर्ग मीटर थी, जो अब नई दरों में 70 हजार रुपए प्रति वर्ग मीटर होगी। बावडिय़ा कलां में 44.23 प्रतिशत, होशंगाबाद रोड 42.04, कोलार 42.04, अयोध्या नगर में 40.10, अयोध्या नगर, मिसरोद वार्ड 52 में होशंगाबाद रोड से हटकर कंफर्ट ऐनक्लेव, खनूजा ऐनक्लेव और लक्ष्मी परिसर में 38.88 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई।

इसलिए बढ़ रही guidelines

कोलार से लेकर अयोध्या नगर, अवधपुरी, एमपी नगर में 10 लेन रोड प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है, जबकि भानपुर, नर्मदापुरम रोड पर भी एलीवेटेड कॉरीडोर समेत अन्य प्रोजेक्ट हैं। मेट्रो ट्रेन प्रोजेक्ट की लाइन के तहत ए्स से सुभाष नगर और करोंद तक काम की बात है। इसके आसपास की जमीनों पर व्यवसायिक निर्माण की उम्मीद में दर बढ़ी है। इससे ही यहां गाइडलाइन ( guidelines ) भी बढ़ाई गई। दर बढऩे से अब जमीन, मकान, दुकान खरीदी में स्टांप ड्यूटी ज्यादा देना होगी।जिले की करीब 3900 लोकेशन के लिए कलेक्टर गाइडलाइन तय करने की प्रक्रिया की थी। इनके लिए प्रशासन ने 1443 क्षेत्रों में औसतन 7.19 प्रतिशत की बढ़ोतरी का प्रस्ताव तय किया था।
इसमें 1228 शहरी व 215 ग्रामीण क्षेत्र थे। 2457 क्षेत्रों को दर वृद्धि से दूर रखा गया था।

सीबीएसई स्कूलों ने बढ़ा दी 15 फीसदी फीस

प्राइवेट स्कूलों में अपने बच्चों को पढ़ाना अब ज्यादा महंगा होने जा रहा है। सीबीएसई के मान्यता प्राप्त प्राइवेट स्कूलों ने बगैर किसी सूचना दिए 10 से 15 फीसदी तक फीस बढ़ा दी है। इस बढ़ोत्तरी से निश्चित ही बच्चों के अभिभावकों को ज्यादा झटका लगने वाला है। फीस के साथ ही इस बार यूनिफॉर्म, किताबें और बसों का किराया भी भारी पडऩे वाला है।ध्यप्रदेश के सीबीएसई स्कूलों में बगैर कोई सूचना दिए फीस बढ़ाने का मामला सामने आया है। एक अप्रेल से नया शैक्षणिक सत्र शुरू हो रहा है। इस सत्र में भी अभिभावकों को स्कूल संचालकों की मनमानी का शिकार होना पड़ रहा है। निजी स्कूलों ने न केवल फीस में 10-15 फीसदी तक की बढ़ोतरी कर दी है, बल्कि यूनिफॉर्म, किताबें व समान दूरी का अलग-अलग परिवहन शुल्क भी अभिभावकों की जेब पर भारी पड़ रहा है। फीस रेगुलेशन एक्ट के तहत स्कूलों की फीस तीन साल के लेखा-जोखा के आधार पर तय की जाना थी, स्थिति यह है कि इस साल भी जिला शिक्षा कार्यालय की ओर से स्कूलों से फीस तय करने के लिए आवेदन नहीं लिए गए हैं। न ही उनसे फीस के संबंध में कोई जानकारी मांगी गई। ऐसे में स्कूलों ने एक बार फिर मनमाने तरीके से फीस बढ़ा दी है। नए शिक्षण सत्र में प्रस्तावित फीस स्ट्रक्चर क्या होगा, स्कूल की फीस में वृद्धि 10 प्रतिशत या उससे कम है। यह नए सत्र से 90 दिन पहले जानकारी अपलोड करना होगी। यदि पिछले शैक्षणिक सत्र की तुलना में फीस वृद्धि 10 प्रतिशत से अधिक और 15 प्रतिशत या उससे कम है तो जिला समिति को भेजना होगी, वह इस पर 45 दिन में निर्णय लेगी। यदि यह फीस वृद्धि 15 प्रतिशत से ज्यादा है तो जिला समिति 7 दिन में अपने अभिमत के साथ राज्य समिति को भेजेगी। जिला समिति निजी विद्यालय के प्रबंधन से ऐसी अतिरिक्त जानकारी या साक्ष्य मांग सकेगी कि वह फीस क्यों बढ़ा रहे हैं। फीस बढ़ाने पर निर्णय लेने से पहले समिति स्कूल प्रबंधन और छात्रों या पालक संगठनों का पक्ष भी ले सकेगी।

10-15 फीसदी फीस बढ़ाई

पालक महासंघ के महासचिव प्रबोध पंड्या का कहना है कि स्कूलों की फीस पर नियंत्रण करने के लिए चार साल पहले गाइडलाइन जारी की गई थी। गाइड लाइन के अनुसार तीन साल के लेखा-जोखा के आधार पर स्कूलों की फीस तय की जाना चाहिए। अब तक इसकी प्रक्रिया शुरू नहीं हो सकी है। स्कूलों ने इस साल भी 10 से 15 प्रतिशत तक फीस बढ़ा दी है।

आज से बढ़ेगा टोल टैक्स

मध्यप्रदेश में रोड पर चलना अब और महंगा पड़ेगा। प्रदेश के कई नेशनल हाईवे और स्टेट हाइवे पर टोल टैक्स बढ़ा दिया गया है। टोल टैक्स की नई दरें एक अप्रेल से लागू होंगी। सरकार ने टैक्स में वृद्धि को मंजूरी दे दी है। टोल टैक्स में करीब 7.50 प्रतिशत की वृद्धि की गई है। प्रदेश में एक अप्रैल से रोड पर सफर करना महंगा पड़ेगा। प्रदेश के चार नेशनल हाईवे और छह स्टेट हाईवे के लिए अगले माह से टोल टैक्स महंगा कर दिया गया है। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण यानि एनएचएआई और एमपीआरडी सी द्वारा ये वृद्धि की गई है जोकि 1 अप्रैल से लागू होगी। जहां टोल रेट बढ़़ाए गए हैं वहां उनकी दरें जारी कर दी गईं हैं। लिस्ट में इंदौर देवास बायपास पर कार चालकों को 65 रुपए टोल तय किया है वहीं बस-ट्रक के लिए 220 रुपए टोल है। इंदौर से अहमदाबाद, इंदौर से देवास और देवास से ब्यावरा का सफर महंगा हो जाएगा। हालांकि कुछ रूट्स पर कोई बदलाव नहीं किया गया है। इंदौर-देवास रूट पर एबी रोड पर मांगलिया टोल से निकलनेवालों को राहत रहेगी। यहां कार के टोल रेट में बढ़ोत्तरी नहीं की गई है लेकिन बस और ट्रक के लिए टोल बढ़ाकर 65 रुपए कर दिया गया है। इंदौर अहमदाबाद रूट पर मेहतवाड़ा टोल पर कार के लिए अब 160 टोल देना होगा। ट्रक और बस के लिए 505 रुपए टोल कर दिया गया है। दत्तीगांव टोल पर कार के लिए 140 रुपए और ट्रक या बस के लिए 445 रुपए टोल लगेगा। देवास होते हुए ब्यावरा रूट पर छपरा और रोजवास टोल पर कार के कुल 235 रुपए टोल देना होगा। एनएचएआई द्वारा कुछ रोड पर टोल टैक्स बढ़़ाया गया है पर अधिकांश पुरानी रोड पर पुरानी दरें ही लागू हैं। जानकारी के अनुसार एमपी के 10 नेशनल हाईवे और स्टेट हाइवे पर एक अप्रैल से टोल राशि महंगी की गई है। यहां टोल में करीब 7.50 प्रतिशत की वृद्धि की गई है। जहां टोल बढ़़ा है उनमें प्रदेश के चार नेशनल हाइवे शामिल हैं। इधर एमपी की 92 रोडों पर टोल टैक्स नहीं बढ़ेगा।
विनोद / 31 मार्च 24