प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास’ के विजन को आगे बढ़ाते हुए, प्रदेश सरकार ने अब दूर-दराज और पिछड़े क्षेत्रों तक स्वास्थ्य सेवाओं को पहुंचाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाया है। इसके तहत ‘पीएम जनमन योजना’ के अंतर्गत मोबाइल मेडिकल यूनिट (MMU) की शुरुआत की जा रही है।
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने आज इस योजना के तहत 21 जिलों के 87 विकासखंडों के लिए 66 मोबाइल मेडिकल यूनिट को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। श्यामला हिल्स स्थित मुख्यमंत्री निवास में आयोजित इस समारोह से स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में एक नई उम्मीद जगी है। इन मोबाइल मेडिकल यूनिट्स से प्रदेश के दूर-दराज के इलाकों में स्वास्थ्य सुविधाएं अब और भी सुलभ होंगी।
नए स्वास्थ्य साधनों से सुसज्जित मोबाइल यूनिट्स
प्रत्येक मोबाइल मेडिकल यूनिट की लागत लगभग 33.86 लाख रुपये है, और ये यूनिट्स उन गांवों तक स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाएंगी जो अब तक इससे वंचित थे। इस पहल से प्रदेश के अनूपपुर, बालाघाट, दतिया, ग्वालियर, मुरैना, सतना, जबलपुर, रायसेन, उमरिया सहित अन्य 21 जिलों के 87 विकासखंडों के कुल 1268 गांवों में स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जाएंगी। इन यूनिट्स से लगभग 3 लाख 12 हजार से ज्यादा ग्रामीणों को फायदा होगा।
यूनिट्स में अत्याधुनिक मेडिकल उपकरण जैसे सक्शन मशीन, ऑक्सीजन सिलेंडर, एक्स-रे मशीन, और कान जांच ऑटोस्कोप सहित अन्य सुविधाएं उपलब्ध होंगी। हर यूनिट में GPS सिस्टम के माध्यम से ट्रैकिंग की सुविधा होगी, जिससे हर गांव तक पहुंचने की प्रक्रिया और भी सुगम होगी।
हर महीने 24 दिन स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता
ये मोबाइल मेडिकल यूनिट्स माह में 24 दिन गांवों का दौरा करेंगी, प्रत्येक दिन दो गांवों का दौरा करते हुए 50 से अधिक मरीजों का उपचार करेंगी। यूनिट्स में एक डॉक्टर, नर्स, एएनएम/एमपी डब्ल्यू, लैब टेक्नीशियन और फीजियोथेरेपिस्ट जैसी टीम के सदस्य मरीजों को सभी आवश्यक सेवाएं प्रदान करेंगे। इसके अलावा, मरीजों को 65 प्रकार की दवाइयां भी दी जाएंगी।
इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल और राज्य मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल भी उपस्थित रहेंगे, और इस अभिनव पहल की शुरुआत से प्रदेशवासियों को न सिर्फ बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिलेंगी, बल्कि एक नई उम्मीद और आत्मनिर्भरता का भी एहसास होगा।