स्वतंत्र समय, इंदौर
भारत का सबसे बड़ा प्लास्टिक ( Plastic ) उद्योग सम्मेलन, एक नए आयाम पर पहुंचने के लिए तैयार हो रहा है। इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य प्लास्टिक उद्योग को भविष्य के लिए तैयार करना है। इस वर्ष की थीम प्लास्टिक इंडस्ट्रीज रेडी फॉर फ्यूचर, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, पाइप, एग्रीकल्चर और फार्मा इनोवेशन एंड टेक्नोलॉजी है। प्लास्टपैक 2025 लाभ गंगा एक्जीबिशन सेंटर, इंदौर में 9 से 12 जनवरी, 2025 तक आयोजित किया जाएगा।
Plastic इंडस्ट्री से जुड़े लोगों से की मुलाकात
सचिन बंसल प्रेसिडेंट इंडियन प्लास्ट पैक फोरम और हितेश मेहता चेयरमैन प्लास्ट पैक 2025 के मार्गदर्शन में आयोजित होने वाले प्लास्टपैक 2025 में देशभर के प्रतिनिधित्व को सुनिश्चित करने के उद्देश्य से आईपीपीएफ की टीम देश भर के मुख्य शहरों में पहुंच रही है। इसी कड़ी में 12 दिसम्बर को प्लास्टपैक की टीम इंदौर पहुंची और मीडिया से मुलाकात की, जिसमें प्लास्टपैक के चार दिवसीय आयोजनों की रूपरेखा को साझा किया गया। प्लास्टपैक की टीम ने इंदौर और उसके आस-पास के शहरों के प्लास्टिक ( Plastic ) इंडस्ट्री से जुड़े कई गणमान्य लोगों से भी मुलाकात की।
विशाल भागीदारी
2 लाख से अधिक लोग इस चार दिवसीय आयोजन में शामिल होने की उम्मीद है। इसमें मध्य प्रदेश के साथ-साथ महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और गुजरात से प्लास्टिक उद्योगपति शामिल होंगे। इस आयोजन में पार्टिसिपेंट्स के लिए प्रवेश नि:शुल्क है। प्लास्टिक, पैकेजिंग, फार्मा, मेडिकल, फूड, फर्नीचर इंडस्ट्रीज से जुड़े उद्योगपति, प्रोफेशनल्स के साथ इंजीनियरिंग और मैनेजमेंट कॉलेज के छात्र इस आयोजन में शामिल होंगे।
सेमिनार, परिचचार्एं और रोजगार मेला
प्लास्टिक के नए उत्पादों और एप्लीकेशन पर शासकीय संस्था ह्यसिपेटö का विशेष सत्र, सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ प्लास्टिक इंजिनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी द्वारा वर्कशॉप, बीआईएस की कार्यशाला, म. प्र. प्रदूषण नियंत्रण मंडल द्वारा प्लास्टिक एवं पर्यावरण पर परिचर्चा का आयोजन तय है। इनमें केंद्र और राज्य शासन के विभागों के प्रमुख सचिव स्तर के आईएएस अधिकारी, विभाग प्रमुख, प्रदेश के प्रमुख उद्योगपति, टेक्निकल एक्सपर्ट, इंजीनियर, आदि शामिल होंगे। इसके अतिरिक्त केंद्र शासन का एमएसएमई मंत्रालय, म. प्र. शासन का उद्योग विभाग, एमपीआईडीसी, ऊर्जा विभाग, इलेक्ट्रॉनिक्स और टेक्नॉलॉजी विभाग, इंदौर नगर पालिका निगम आदि के विशेष सत्र आयोजित करने के संबंध में बात जारी है।