New Year 2025 का आगाज भारत में हो चुका है। उत्तर से दक्षिण और पूरब से पश्चिम तक पूरा देश उत्सव के रंग में सराबोर है। धार्मिक स्थलों, पर्यटन स्थलों, और शहरों में लोग अपने-अपने अनूठे अंदाज में नए साल का स्वागत कर रहे हैं। आतिशबाजी, संगीत, और हर्षोल्लास के बीच भारत में जश्न की तस्वीरें और वीडियो इस पल को और भी खास बना रहे हैं। आइए, जानते हैं देश और दुनिया में नए साल का जश्न किस तरह मनाया जा रहा है।
मनाली में उमड़ा सैलानियों का सैलाब
हिमाचल प्रदेश का मनाली नए साल के जश्न का प्रमुख केंद्र बना हुआ है।
- पर्यटकों की भारी भीड़: इस बार करीब 50,000 से अधिक पर्यटक मनाली पहुंचे हैं।
- खास इंतजाम: स्थानीय प्रशासन और होटल व्यवसायियों ने पर्यटकों के लिए खास इंतजाम किए हैं। बर्फबारी और खूबसूरत वादियों के बीच पर्यटक नया साल मना रहे हैं।
- सुरक्षा व्यवस्था: किसी अप्रिय घटना से बचने के लिए पुलिस और प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है।
गुरुग्राम में युवाओं का जोश
हरियाणा के गुरुग्राम में नए साल का जश्न जोश और उमंग से भरा हुआ है।
- क्लब्स और कैफे: शहर के विभिन्न क्लबों और कैफे में युवाओं ने संगीत और नृत्य के साथ साल 2025 का स्वागत किया।
- सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम: पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा के लिए विशेष प्रबंध किए हैं ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके।
दुनिया के अन्य देशों में भी जश्न का माहौल
भारत से पहले दुनिया के 41 देशों में नए साल का जश्न शुरू हो चुका है।
सिंगापुर में धमाकेदार आतिशबाजी
सिंगापुर ने नए साल का स्वागत भव्य आतिशबाजी के साथ किया।
- लोग Marina Bay और शहर के अन्य प्रमुख स्थलों पर इकट्ठा होकर नए साल का जश्न मना रहे हैं।
- प्रकाश और रंगों से सजी आतिशबाजी ने सभी का मन मोह लिया।
चीन और अन्य एशियाई देशों में उल्लास
- चीन: बीजिंग से लेकर शंघाई तक लाखों लोगों ने 2025 का स्वागत किया।
- हांगकांग: समुद्री किनारे आयोजित आतिशबाजी का भव्य नजारा देखने को मिला।
- मलेशिया और फिलीपींस: कुआलालंपुर और मनीला में सड़कों पर भारी भीड़ इकट्ठा होकर उत्सव मना रही है।
जापान और दक्षिण कोरिया का सादगी भरा जश्न
- जापान: टोक्यो के प्रसिद्ध टोकुदाई-जि मंदिर में लोग घंटी बजाने की परंपरा के साथ नए साल का स्वागत कर रहे हैं।
- दक्षिण कोरिया: यहां लोगों ने सादगी से नया साल मनाया। हाल ही में हुए विमान हादसे में 179 लोगों की मौत के कारण उत्सव के माहौल को थोड़ा सीमित रखा गया।
नए साल का महत्व और उल्लास
भारत और दुनिया के अन्य देशों में नए साल का जश्न सिर्फ उत्सव नहीं बल्कि एक नई शुरुआत का प्रतीक है।
- धार्मिक स्थलों से लेकर पर्यटन स्थलों तक उल्लास का माहौल दिख रहा है।
- लोग पुराने साल की यादों को पीछे छोड़कर नए साल में नई उम्मीदों और सपनों के साथ आगे बढ़ने के लिए तैयार हैं।