स्वतंत्र समय, भोपाल
मैं भाजपा में नहीं हूं, बोलकर पार्टी की बैठकों में खुलेआम शामिल हो रहीं बीना विधायक निर्मला सप्रे ( Nirmala Sapre ) की सदस्यता समाप्ति के मामले में नया मामला सामने आया है। निर्मला की सदस्यता रद्द करने कांगेस द्वारा लगाई गई याचिका से कागज ही गायब हो गए हैं। वहीं याचिका पर निर्णय लेने के लिए तय 90 दिन की लिमिट भी पार हो गई है। मगर कोई फैसला न होने से नाराज कांग्रेस अब इस मामले को लेकर हाईकोर्ट जा रही है।
बीना से कांग्रेस विधायक Nirmala Sapre बीजेपी में हुई थी शामिल
लोकसभा चुनाव के दौरान बीना से कांग्रेस विधायक निर्मला सप्रे ( Nirmala Sapre ) भाजपा में शामिल हो गई थीं, इससे नाराज कांग्रेस अब तक तीन बार उनकी सदस्यता समाप्ति की गुहार विधानसभा अध्यक्ष से लगा चुकी है। इसके लिए विधिवत याचिका भी कांग्रेस की ओर से विधानसभा सचिवालय में दायर कर दी गई थी। इस याचिका पर तय समय-सीमा में निर्णय तो कोई नहीं हो सका, लेकिन एक नया मोड़ जरूर आ गया है। विधानसभा सचिवालय की फाइल से याचिका के साथ कांग्रेस द्वारा कई दस्तावेज गायब हो गए हैं। सप्ताह भर पहले विधानसभा सचिवालय ने इस संबंध में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार को पत्र भेजकर दोबारा कागज मांगे थे। नेता प्रतिपक्ष द्वारा सारे दस्तावेज दोबारा भेज दिए। मगर अब 90 दिन की समय सीमा खत्म होने के बाद भी कोई निर्णय इस मामले में नहीं हो सका है।
नेता प्रतिपक्ष ने लगाए आरोप
नेता प्रतिपक्ष सिंघार ने निर्मला की सदस्यता को लेकर सत्तापक्ष पर टालने के आरोप लगाए हैं। नेता प्रतिपक्ष का कहना है कि असल में भाजपा इस मामले में कोई निर्णय ही नहीं लेना चाहती। जबकि सब जानते हैं कि वह भाजपा की बैठकों में जा रही हैं, कांग्रेस विरोधी गतिविधियों में शामिल हैं। वह किसी तरह मामले को लटकाए रखना चाहती है, इसीलिए विधानसभा की फाइल से कागज गायब हो गए हैं। नेता प्रतिपक्ष का कहना है कि अब कांग्रेस इस मामले को विधानसभा की जगह न्यायपालिका में लेकर जाएगी। हम जल्द ही हाईकोर्ट में याचिका दायर करेंगे। वैसे भी 90 दिन में विधानसभा को फैसला करना था। अब हम कोर्ट जाने के लिए स्वतंत्र हैं। जबकि विधानसभा के प्रमुख सचिव एपी सिंह ने फाइल से कागज गायब होने की बात को गलत बताया है। उनका कहना है कि फाइल कई बार अध्यक्ष तक भेजना पड़ती है। इसलिए कुछ कागज यहां-वहां हो गए थे।
अच्छी खबर के इंतजार में निर्मला
बीना से कांग्रेस विधायक ने निर्मला ने लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा का दामन थाम लियाा था, लेकिन उन्होंने न कांग्रेस छोड़ी है और भाजपा की सदस्यता ही ली है। हालांकि पिछले दिनों भाजपा प्रदेश कार्यालय में सक्रिय सदस्यता अभियान को लेकर हुई बैठक में भी वे शामिल हुईं थीं। बैठक के दौरान मीडिया से उन्होंने कहा था कि बहुत जल्द अच्छी खबर आने वाली है। मैं भाजपा में नहीं हूं, क्योंकि मैंने भाजपा की सदस्यता ली ही नहीं है। दूसरी तरफ अब भाजपा ने सप्रे को मीडिया से दूरी बनाने के निर्देश दे दिए हैं।