नियुक्ति के साथ नीतीश कुमार का तंज: 2005 से पहले बिहार की क्या थी हालत?

नीतीश कुमार : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को बापू सभागार में 21,391 नए सिपाहियों को नौकरी के नियुक्ति पत्र सौंपे। उन्होंने सौरभ कुमार, राज आनंद, हीरा लाल यादव, आकाश पांडेय, अंकित कुमार, सोनू कुमार, चंचल कुमारी, ऋतु कुमारी और अन्य को पत्र सौंपा। मुख्यमंत्री सिपाहियों के चेहरे पर मुस्कान देखना चाहते थे। जो गंभीर दिख रहे थे, उन्हें हंसने के लिए कहा। फोटो में दिक्कत होने पर उन्होंने खुद मंत्रियों की जगह बदल दी। उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और अन्य मंत्रियों ने भी नियुक्ति पत्र दिए। डीजीपी विनय कुमार ने सिपाहियों को शपथ दिलाई और विकास आयुक्त प्रत्यय अमृत ने मद्य निषेध की शपथ कराई।

पुलिस विभाग में बेहतर ढंग से हो रहा काम: नीतीश कुमार

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह खुशी की बात है कि पुलिस में काम बहुत अच्छे ढंग से हो रहा है। उन्होंने बताया कि 2013 में पहली बार महिलाओं को पुलिस में 33% आरक्षण देने का फैसला लिया गया था। 2005 से पहले पुलिस बल की स्वीकृत संख्या 51 हजार थी, लेकिन केवल 42,481 कर्मी तैनात थे। सरकार में आने के बाद उन्होंने संख्या बढ़ाने का फैसला लिया। 2006 में यह प्रक्रिया शुरू हुई और 2013 में आरक्षण लागू हुआ। अब पुलिसकर्मियों की संख्या 1.10 लाख से बढ़ाकर 2.29 लाख करने का लक्ष्य है और चयन प्रक्रिया में तेजी लाने को कहा गया है।

सीएम नीतीश ने सिपाहियों से कहा– खड़े होकर हंसिए

नीतीश कुमार ने कहा कि अगली बार 19,838 सिपाहियों की भर्ती होगी और इसकी परीक्षा अगले महीने आयोजित की जाएगी। भर्ती प्रक्रिया को तय समय पर पूरा किया जाएगा।। उन्होंने चयन पर्षद के अध्यक्ष से पूछा कि परीक्षा समय पर हो जाएगी न, और हाथ जोड़कर आग्रह किया कि अगले महीने जरूर करा दीजिए, हमें खुशी होगी। उन्होंने बताया कि देश में सबसे ज्यादा महिला पुलिसकर्मी बिहार में हैं। आज पहली बार इतनी बड़ी संख्या में एक दिन में नियुक्ति हुई है। उन्होंने सभी का स्वागत किया और अधिकारियों से कहा कि भरोसा दिलाएं कि परीक्षा समय पर होगी। साथ ही मुस्कुराकर खड़े होने को भी कहा।