transport Department में समानांतर व्यवस्था पर कंट्रोल नहीं

स्वतंत्र समय, भोपाल

मप्र परिवहन विभाग ( transport Department ) में प्रायवेट व्यक्तियों के माध्यम से ऑफिस के कामकाज से लेकर उडऩदस्तों में वसूली की समानांतर व्यवस्था लंबे समय से चली आ रही है। जिस पर कोई भी सरकार या मंत्री नियंत्रण नहीं कर पाया है। शहडोल के भाजपा अध्यक्ष और परिवहन विभाग के कथित आरटीओ का मोबाइल कॉल का ऑडियो वायरल में जिस तरह की धमकियां दी गईं, वह घटना प्रायवेट व्यक्ति के खिलाफ एफआईआर होने से दब गई है, लेकिन विभाग ने उच्च स्तर से इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की है। परिवहन विभाग के क्षेत्रीय या जिला परिवहन कार्यालयों में सरकारी कर्मचारियों के अलावा कई प्रायवेट व्यक्ति भी सरकारी फाइलों को बाबूओं की टेबल से अफसर की टेबल तक लाते ले जाते देखे जाते हैं जिनके बारे में सभी लोग जानते हैं। प्रायवेट व्यक्तियों के दफ्तरों में काम करने की तनख्वाह कौन देता है, यह सभी अधिकारी जानते हैं, मगर इस व्यवस्था को बंद करने की दिशा में किसी ने कभी कोई प्रयास नहीं किया। कहा जाता है कि ये प्रायवेट लोग ही परिवहन में गाडिय़ों व वाहन चालन लायसेंस संबंधी लेन देन का हिसाब रखते हैं और फाइलों की संख्या का हिसाब किताब भी उनके पास होता है। कार्यालयों के अलावा उडऩदस्ते में ऐसे प्रायवेट व्यक्ति को साथ रखकर वसूली की घटना शहडोल के वायरल ऑडियो के बाद सार्वजनिक हुई है।

भाजपा नेता की धमकी पर transport Department के व्यक्ति पर FIR

शहडोल में 8 अप्रैल को रोहनिया टोल प्लाजा के पास भूसे से भरी एक पिकअप को लेकर चालक व मालिक से मामला भाजपा जिला अध्यक्ष कमल प्रताप सिंह तक पहुंचा। परिवहन विभाग ( transport Department ) के अधिकारियों के संरक्षण में सडक़ पर वसूली कर रहे प्रायवेट व्यक्ति संजय तोमर उर्फ रविंद्र सिंह का कारनामा उजागर हुआ। हालांकि वायरल ऑडियो में भाजपा जिला अध्यक्ष के सरकारी काम में बाधा पहुंचाते हुए जिस अंदाज में बात की गई और धमकी दी गई वह भी किसी अपराध से कम नहीं था। मगर परिवहन विभाग के नाम पर वसूली करने वाले प्रायवेट व्यक्ति का धमकी भरा अंदाज तो किसी अपराधी से कम नहीं था।

वायरल हुए रविंद्र सिंह के वर्दीधारी के साथ फोटो

प्रायवेट व्यक्ति संजय तोमर के आठ अप्रैल की घटना के बाद कुछ फोटो वायरल हुए हैं जिनमें एक आरटीओ प्लेट लिखी वाहन के सामने वह खाकी वर्दीधारी एक महिला के साथ खड़ा है तो दूसरी फोटो में वह दो वर्दीधारियों की कार्रवाई के दौरान वीडियो बनाता हुए नजर आ रहा है। उसकी इन दोनों तस्वीरों से यह माना जा रहा है कि वर्दीधारियों द्वारा उसे अपने साथ रखा जाता है और वाहन चालकों से वसूली के लिए उसे आगे किया जाता रहा है। परिवहन विभाग की समानांतर व्यवस्था के हिस्सा बने विभिन्न दफ्तरों व उडऩदस्तों के सैकड़ों अन्य प्रायवेट लोगों को रोकने के लिए सरकारी मशीनरी कोई प्रयास करती।