Bollywood Love story : बॉलीवुड के सबसे चर्चित एक्स-कपल्स में से एक, ऋतिक रोशन और सुजैन खान, अपने तलाक के सालों बाद भी अक्सर सुर्खियों में रहते हैं। हाल ही में सुजैन की मां जरीन खान के निधन के बाद यह परिवार एक बार फिर चर्चा में आया।

इसी बीच, ऋतिक और सुजैन की अनोखी शादी की कहानी फिर से सामने आ गई है, जो किसी फिल्मी स्क्रिप्ट से कम नहीं है। ऋतिक और सुजैन ने साल 2000 में शादी की थी, लेकिन ये कोई पारंपरिक शादी नहीं थी। दोनों अलग-अलग धर्मों से ताल्लुक रखते थे, लेकिन उन्होंने अपनी शादी के लिए कोई भी धार्मिक रीति-रिवाज नहीं चुना।
ना सात फेरे, ना ही निकाह
बहुत कम लोग जानते हैं कि ऋतिक रोशन और सुजैन खान की शादी में ना तो हिंदू रीति-रिवाज के अनुसार सात फेरे हुए और ना ही मुस्लिम परंपरा के तहत निकाह पढ़ा गया। दोनों ने अपनी शादी को बेहद निजी और यादगार बनाने के लिए एक बिल्कुल अलग तरीका अपनाया था। यह उनकी आपसी समझ और प्यार का प्रतीक था, जिसमें किसी धर्म की बंदिशें नहीं थीं।
चर्च जैसी शादी की थी ख्वाहिश
ऋतिक रोशन ने सालों पहले रेडिफ को दिए एक इंटरव्यू में अपनी शादी के राज से पर्दा उठाया था। उन्होंने बताया था कि वे दोनों हमेशा से एक ऐसी शादी चाहते थे जो छोटी और प्यारी हो, जैसी चर्च में होती है।
“हमने अपनी मर्जी से शादी की। ना तो हिंदू रीति-रिवाज और ना ही निकाह। हम दोनों हमेशा चर्च में शादी करना चाहते थे। चर्च में होने वाली शादियां बहुत छोटी और प्यारी लगती हैं।” — ऋतिक रोशन
ऋतिक ने यह भी बताया कि उन्होंने बेंगलुरु में कुछ इसी तरह की सेरेमनी आयोजित की थी। यह समारोह उनके और सुजैन के लिए बेहद खास था, क्योंकि यह उनकी अपनी शर्तों पर आधारित था।
फूलों के बीच, पूल के किनारे ली शपथ
अपनी शादी के बारे में बताते हुए ऋतिक ने कहा था कि – समारोह बेंगलुरु में एशिया के सबसे बड़े स्विमिंग पूल के किनारे हुआ था। उन्होंने बताया, “किनारे फूल थे, हम वॉक करके पूल के बीचोंबीच गए, वहां शपथ ली और साइन किया।” इस तरह दोनों ने एक-दूसरे को जीवनसाथी के रूप में स्वीकार किया।
