इंदौर शहर में अवैध कॉलोनियों में प्लॉट खरीदी – बिक्री के चलते पूरा शहर भूमाफिया और उनके विवाद के चलते गुंड़ागर्दी और हत्याओं के अपराधों में महशुर हो रहा है। यहां अपने सपनों का आशियाना लेने का सपना देखने वाले लोग जब अवैध कॉलोनियों और इन भूमाफियाओं को जाल में फंसते है इसकी खबरें तो आए दिन छपती रहती है। लेकिन अब इनके ही पाप इनकी जान पर हावि होने लगे है ऐसा ही एक घटना विगत दिनों इंदौर शहर में घटित हुई। जिसमें इंदौर के सनसिटी कॉलोनी के गेट के पास बाइक सवार बदमाशों ने प्रॉपर्टी कारोबारी और भूमाफिया मनोज नागर को गोली मार दी। ये घटना विगत बुधवार देर शाम की है, जब मनोज किसी परिचित से मिलने पहुंचा था। जिस कॉलोनी के पास हमला हुआ, वहां पुलिस और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी रहते हैं।
इस घटना के बाद लसूडिया पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगालें जिसमें भूमाफिया मनोज नागर को बाइक सवार हेलमेटधारी बदमाशों ने गोली मार दी। बदमाशों ने मनोज पर एक के बाद एक कई फायर किए गए, जिसमें उनके पेट और हाथ में तीन गोली लगी थी। इसकी जांच में पुलिस ने सक्रियता दिखाई और मात्र 18 घंटे के अंदर आरोपियों
विनय राठौर उर्फ सोनू राठौर साथी अमन उर्फ पुष्पेन्द्र सिंह राजपुत सहित युवराज उर्फ राज बच्चा भी शामिल था
चौंका देने वाला कारण आया सामने
जब पुलिस ने आरोपियों से गोली चलाने का कारण खोजने का प्रयास किया तो चौंका देने वाला कारण समझ में आया। पुलिस के अनुसार आरोपी सोनू राठौर भूमाफिया मनोज नागर की अवैध कॉलोनियों में प्लॉट बेचने के काम करता है। उसने न्याय नगर में कई प्लॉट बिकवाएं जिसकी ब्रोकरेज की धनराशी भूमाफिया मनोज नागर ने सोनू राठौर को नही दी थी। इस पर जब सोनू राठौर ने अपने ब्रोकरेज की राशी मांगी तो भूमाफिया मनोज नागर ने उसे मात्र 24 हजार रूपए देकर भगा दिया कहा कि अब नहीं दुंगा जिस पर सोनू राठौर ने उसे चेतावनी दे कर अपने साथियो के साथ घटना को अंजाम दिया।
तीन गोलियां लगने के बाद भी बची जान
गोलियां लगने के बाद भूमाफिया मनोज नागर को बांबे अस्पताल में भर्ती किया गया था। जहां इलाज के बाद वह खतरे से बाहर है। बता दें कि मनोज नागर पर खजराना थाना में कई अपराध दर्ज हैं। वह पहले चार बार जेल जा चुके हैं। मनोज का नाम न्याय नगर में सामने आया था। करोड़ों के लेनदेन और फर्जी कॉलोनी बनाने को लेकर प्रशासन और लोगों की शिकायत पर उनके खिलाफ तीन एफआईआर दर्ज हुई थीं। प्रशासन ने मनोज पर पहले भी सख्त कार्रवाई की है।
हेमंत यादव और राम गोत्रे के साथ थी पार्टनरशिप
मनोज नागर के साथ हेमंत यादव और राम गोत्रे ने न्याय नगर में मिलकर काम किया था। तत्कालीन सीएम शिवराज सिंह चौहान ने भरे मंच से न्याय नगर के कर्ताधर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई की बात कही थी। इसके बाद अचानक सभी पार्टनर्स के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई। मनोज इसके बाद जेल गया था।
बब्बू छब्बू सहित कई अपराधियों से जुड़ा नाम
मनोज नागर का नाम खजराना के हिस्ट्रीशीटर बदमाश बब्बू छब्बू सहित कई लोगों के साथ जुड़ा हुआ है। वर्तमान में भी कई अवैध प्लाटों को लेकर मनोज नागर का लोगों से विवाद चल रहा है। हालांकि पुलिस को पूरे घटनाक्रम को लेकर संदेह है। मनोज से जुड़े लोगों के बारे में भी पुलिस जांच कर रही है।
आरोपियों पर 10 हजार का इनाम
गोली मारने की घटना में सोनू राठौर मुख्य आरोपी है जिसने गोलियां चलाई है। आरोपी सौनू राठौर और साथी युवराज फरार है लेकिन साथी अमन को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। डीसीपी ने फरार आरोपी पर 10 हजार रूपए का इनाम घोषित किया है दोनो आरोपी खजराना थाना क्षेत्र के तपेश्वरी बाग में रहने वाले है।