इंदौर में अब समाज को साधने की तैयारी में भाजपा

स्वतंत्र समय, इंदौर

बीजेपी ने 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर अपनी तैयारी तेज कर दी है। भाजपा ने इंदौर में लगभग 37 समितियों का गठन किया है। यह पहली बार है जब बीजेपी ने इतनी समितियां बनाई है। इससे पहले तक के सभी चुनावों को देखें तो बीजेपी ने अधिक से अधिक 10 से 12 समितियां बनाई थी।

भाजपा माइक्रो लेवल पर काम कर रही है

बीजेपी नेताओं का कहना है कि इस बार लोकसभा चुनाव को लेकर भाजपा माइक्रो लेवल पर काम कर रही है। जिसके परिणामस्वरूप ही 37 समितियों का गठन किया गया है। बीजेपी ने जंबो समिति के तहत हर नेता को साधने की कोशिश की है। बीजेपी संगठन ने जो 37 समितियां बनाई है उसमें इस बार सबसे खास सामाजिक समिति बनाई है। इस समिति के तहत बीजेपी ने सभी समाज को साधने की कोशिश की है। इंदौर में समाज समिति की जिम्मेदारी कृष्णमुरारी मोघे, बाबूसिंह रघुवंशी, गोपाल चौधरी और उमा नारायण पटेल को दी गई है। युवा समिति में सावन सोनकर, एकलव्य सिंह गौड़ और श्रवण सिंह चावड़ा को जगह मिली है। महिला वोटरों को साधने का काम भारती पाटीदार, प्रियंका चौहान, बरखा मालू और शिवांगी गर्ग को दिया गया है। वहीं मीडिया को साधने का काम जेपी मूलचंदानी, रितेश तिवारी, वरुण पाल और नितिन द्विवेदी को दिया गया है।

इन 4 समिति के हवाले खास जिम्मेदारी बीजेपी संगठन ने दी है। सरकारी योजनाओं का फायदा लेने वालों तक पहुंचने और उनका प्रचार-प्रसार भी यही टीम करेगी।

इंदौर महापौर होंगे भाजपा घोषणा पत्र प्रभारी

इसके अलावा भाजपा के बड़े नेता जैसे बाबू सिंह रघुवंशी, गोपाल चौधरी और उमा नारायण पटेल उनके साथ रहेंगे. आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर बीजेपी घोषणा पत्र भी तैयार करने जा रही है, जिसका प्रभारी इंदौर महापौर पुष्यमित्र भार्गव को बनाया गया है. उन पर ये जिम्मेदारी रहेगी कि वह सभी के हितों को ध्यान में रखते हुए पार्टी का घोषणा पत्र बनाएं. इसके लिए उनके साथ अन्य नेता भी रहेंगे. वहीं संसाधन जुटाना के लिए जो प्रबंधन कमेटी बनाई गई है उसमें इंदौर विकास प्राधिकरण के पूर्व अध्यक्ष जयपाल सिंह चावड़ा, डॉक्टर निशांत खरे को शामिल किया गया है। भारतीय जनता पार्टी इस बार राम मंदिर को मुख्य रूप से भुनाने की कोशिश में जुटी है। पार्टी प्रधानमंत्री मोदी के राम-राम अभियान को आगे बढ़ा रही है और यही वजह है कि समिति में भी उन्हीं लोगों को रखा गया है, जो घर-घर जाकर कार्यकर्ताओं से मिलकर इस बात को सुनिश्चित करेंगे।

आदिवासी वोटर्स को साधने में जुटी भाजपा

मालवा और निमाड़ में बीजेपी आदिवासियों समुदाय को लगातार अपने साथ लाने में जुटी है और इसके लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। हालांकि भाजपा के बड़े नेता लगातार इस बात का दावा करते रहे हैं कि आदिवासी समुदाय उनके साथ है। हालिया दिनों पूर्व युवा आयोग के अध्यक्ष निशांत खरे ने कहा था कि आदिवासियों के लिए प्रधानमंत्री मोदी और केंद्र सरकार ने काफी कुछ किया है, जिसके आधार पर आदिवासियों का उनका आशीर्वाद मिलेगा. आम चुनाव की तारीखों के ऐलान से पहले बीजेपी जमीनी स्तर की तैयारियों में कोई कसर नहीं छोडऩा चाहती है।