स्वतंत्र समय, नई दिल्ली
हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी धारक अब देश के किसी भी हॉस्पिटल में कैश-लेस इलाज करा सकेंगे। यानी बीमार होने पर किसी भी हॉस्पिटल में आपको इलाज के लिए पैसे नहीं देने पड़ेंगे। यह सुविधा 25 जनवरी से शुरू हो गई है। जनरल इंश्योरेंस काउंसिल (जीआईसी) ने कैशलेस एवरीवेयर नाम से नए इनिशिएटिव की शुरुआत की है। जीआईसी को इंश्योरेंस रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (ढ्ढक्रष्ठ्रढ्ढ) ने 2001 में गठित किया था। यह ढ्ढक्रष्ठ्रढ्ढ और लाइफ इंश्योरेंस इंडस्ट्री के बीच लिंक का काम करती है।
अभी तक क्या सुविधा थी?
पॉलिसी होल्डर्स को पहले ये सुविधा तभी मिलती थी, जब उनके इंश्योरेंस कंपनी का पहले से अस्पताल से टाई-अप होता था। अगर इंश्योरेंस कंपनी का पहले से हॉस्पिटल से टाई-अप नहीं है। इलाज का बिल जेब से भरना होता है, जिसका सेटलमेंट क्लेम के जरिए बाद में होता था।
किन हॉस्पिटल्स में मिलेगी सुविधा?
15 से ज्यादा बेड वाले देश के वो सभी अस्पताल जो अपने स्टेट की हेल्थ अथॉरिटी से रजिस्टर्ड हैं, उनमें आप कैश-लेस इलाज का लाभ ले पाएंगे।
क्या यह सुविधा इमरजेंसी में मिलेगी? अगर आपके बीमा कंपनी का टाइ-अप आपके इलाज कराने वाले अस्पताल से नहीं है, तो इलाज शुरू होने के 48 घंटे पहले बीमा कंपनी को बताना होगा। इमरजेंसी की स्थिति में भी बीमा कंपनी को 48 घंटे के भीतर जानकारी देनी होगी, तभी आप इस सुविधा का लाभ ले सकेंगे। सभी पॉलिसी होल्डर्स को मिलेगी।
नहीं लगेगा एक्स्ट्रा चार्ज
यह सुविधा मौजूदा पॉलिसी होल्डर सहित आज के बाद पॉलिसी लेने वाले लोगों को भी मिलेगी। इसके लिए प्रीमियम में या अलग से कोई अतिरिक्त चार्ज नहीं देना होगा।
अभी केवल 63 प्रतिशत बीमा धारक ही ले रहे लाभ
जीआई काउंसिल के हेल्थ इंश्योरेंस के डायरेक्टर सेगर संपत कुमार ने बताया कि आज से इंश्योरेंस कंपनियां अस्पतालों में यह सुविधा देने के लिए काम शुरू करेंगी। अभी करीब 63 प्रतिशत लोग टाइअप अस्पतालों में कैशलेस सुविधा का लाभ ले रहे हैं।