मध्यप्रदेश को एक बड़ी सौगात मिलने जा रही है। एमपी के बड़े शहरो में ओला-उबर जैसी ”सहकारी कैब” (सहकार टैक्सी) चलाने की योजना चल रही है। इसके संचालन के लिए सहकारिता विभाग तैयारियो में जुट गया है। आपको बता दें कि केंद्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह ने संसद के पिछले सत्र में घोषणा की थी कि प्रदेश में सहकार टैक्सी शुरु की जाए। जिसके बाद से सहकारिता मंत्री विश्वास सारंग इस सेवा को शुरू करने के लिए एक्टिव मोड में नजर आ रहे है।
जल्द ही लॉन्च होगा ”सहकारी कैब एप”
हाल ही में सरकार इसके लिए प्राइवेट कैब सेवाओ की तरह सहकार टैक्सी नाम से एक एप भी बनाने जा रही है। आपको बता दें कि सरकारी कैब सर्विस में टैक्सी संचालन करने वाले मालिक और ड्रायवर को हर ट्रिप का पूरा पैसा मिलेगा। क्योंकि वर्तमान में चलने वाली निजी कैब कंपनियां 20 से 40 प्रतिशत का कमीशन लेती है। लेकिन वहीं सरकारी कैब में मामूली पोर्टल शुल्क और टैक्स को छोड़कर पूरा पैसा सीधे कैब संचालक को मिलेगा।
अमित शाह ने किया ऐलान
आपको बता दें कि 26 मार्च 2025 को इस योजना को साकार करने के उद्देश्य से केंद्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह ने ऐलान करते हुए कहा था कि आने वाले दिनो में ओला-उबर जैसी एक बहुत बड़ी को-ओपरेटिव सहकारी टैक्सी सर्विस आने वाली है। जिसका मुनाफा धन्नासेठों के हाथ में नहीं जाएगा, वो सीधे ड्रायवर के पास जाएगा।
वहीं बताया जा रहा है कि इस योजना के लिए संचालन की रूपरेखा रूट्स की मैपिंग, किराए की दर से संबंधित गाइडलाइन भी बनाई जाएगी। इस प्लान को पूरा होने में लगभग 6 महीने का समय लग सकता है। वहीं सरकारी कैब सर्विस शुरू होने के बाद संचालन संबंधी सभी शिकायतो पर सरकार स्वयं कार्यवाही करेगी।