स्वतंत्र समय, भोपाल
अब मप्र की मोहन कैबिनेट चार मार्च को अयोध्या जाएगी। सभी वहां श्रीरामलला के दर्शन करेंगे। भाजपा ने सभी राज्यों के लिए अलग-अलग कार्यक्रम निर्धारित किए हैं। वहीं, प्रत्येक लोकसभा क्षेत्र से दस-दस हजार श्रद्धालुओं को पार्टी द्वारा अयोध्या धाम भेजा जाएगा। इसकी तैयारियां प्रारंभ हो गई हैं। 22 जनवरी को अयोध्या में नवनिर्मित श्रीराम मंदिर में श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा की गई। पूरे देश से लोग वहां साक्षी बनने के लिए पहुंच रहे थे। भीड़ के कारण अव्यवस्था न हो, इसके लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देशवासियों से अपील की थी कि जो जहां है वहीं मंदिरों में श्रीरामोत्सव मनाएं। इसका अनुसरण करते हुए मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव से लेकर कोई भी बड़ा नेता वहां नहीं गया। डा. यादव ने ओरछा में पूजा-अर्चना की तो अन्य मंत्रिगण भी अपने-अपने क्षेत्रों में आयोजित धार्मिक कार्यक्रमों में सम्मिलित हुए। अब पार्टी ने अयोध्या पहुंचने के लिए राज्यों के लिए अलग-अलग तिथि निर्धारित की है। इसके अनुसार प्रदेश की मोहन सरकार चार मार्च को अयोध्या पहुंचेगी और सभी मंत्री श्रीरामलला के दर्शन करेंगे। पार्टी के वरिष्ठ नेता भी साथ जा सकते हैं। उधर, प्रदेश भाजपा ने प्रत्येक लोकसभा क्षेत्र से दस-दस हजार श्रद्धालुओं को भी श्रीरामलला के दर्शन कराने का कार्यक्रम बनाया है।