अब सुप्रीम कोर्ट में ‘इलाज’, चीफ जस्टिस ने काटा फीता

स्वतंत्र समय, नई दिल्ली

सुप्रीम कोर्ट परिसर में अब लोगों को इलाज भी मिल सकेगा। भारत के चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने शीर्ष अदालत के परिसर में आयुष हॉलिस्टिक वैलनेस सेंटर का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि मेरे लिए यह पल काफी संतोष जनक है। मैं तब से इस पर काम कर रहा हूं, जब से मैं चीफ जस्टिस के रूप में पदभार संभाला है ।
मैं आयुर्वेदिक और समग्र जीवन शैली का समर्थक रहा हूं। हमारे पास 2000 से अधिक कर्मचारी हैं। हमें न केवल न्यायाधीश और उनके परिवारों बल्कि स्टाफ सदस्यों के जीवन जीने के तरीके को भी देखना है। मैं आयुष के सभी डॉक्टरों का आभारी हूं।

चीफ जस्टिस ने मोदी के फोन का एक किस्सा याद दिलाया

हमें सर्वोच्च न्यायालय औ इसे माध्यम से पूरे देश के लिए अनावरण कर रहे हैं। इसी मौके पर चंद्रचूर्ण ने पीएम मोदी के फोन का एक किस्सा याद दिलाया। उन्होंने बताया कि मैं कोरोना के बाद से ही आयुष से जुड़ा हूं । मुझे कोविड हुआ था, तब मेरी हालत काफी खराब हो गई थी। उस समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुझे फोन किया और कहा कि सब कुछ ठीक हो जाएगा। इतना ही नहीं पीएम ने यह भी कहा था कि मुझे एहसास है कि आपकी तबीय सही नहीं है। हम कुछ करेंगे । एक वेद है जो आयुष में सचिव है। उनके साथ आपकी बात करूंगा। वह आपको दवा देंगे। सीजेआई ने कहा, जब मैं कोविड से पीडि़त था, उस समय मैंने आयुष से दवा ली थी। जब मुझे कोविड हुआ, मैंने कोई एलोपैथिक दवा नहीं ली।

मैं योग करता हूं वीगन डाइट लेता हूं: चीफ जस्टिस

मैं सभी न्यायाधीशों, उनके परिवारों और उच्चतम न्यायालय के 2000 से अधिक स्टाफ सदस्यों के बारे में बहुत चिंतित हूं क्योंकि उन्हें न्यायाधीशों के समान सुविधाएं नहीं मिलती हैं। मैं चाहता हूं कि उनके पास जीवन जीने का एक समग्र तरीका हो। मैं मंत्री सर्बानंद सोनोवाल को धन्यवाद देना चाहता हूं। चंद्रचूड़ ने आगे अपनी दिनचर्या बताई। उन्होंने कहा, मैं योग करता हूं। मैं वीगन डाइट लेता हूं। पिछले पांच महीनों में मैंने पूरी तरह से वीगन खाना खाया है और इसे जारी रखूंगा।