अब फुर्सत मिली मंत्री को बच्चों से मिलने की

मध्यप्रदेश के उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल मंगलवार को नागपुर पहुंचे, जहाँ उन्होंने हाल ही में घटित कफ सिरप प्रकरण में बीमार पड़े बच्चों से मुलाकात की। निम्न-स्तरीय कफ सिरप के सेवन से बीमार हुए बच्चे वर्तमान में नागपुर के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती हैं। शुक्ल ने व्यक्तिगत रूप से बच्चों के स्वास्थ्य की जानकारी ली और चिकित्सकों से उनकी उपचार प्रक्रिया पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि बच्चों को हर संभव सर्वोत्तम चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जाए ताकि वे जल्द से जल्द पूर्णतः स्वस्थ हो सकें।

तीन अस्पतालों में जाकर की बच्चों की कुशलक्षेम पूछी

उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने नागपुर के शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय (जीएमसी), अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) और न्यू हेल्थ सिटी हॉस्पिटल का दौरा किया। यहाँ उपचाररत पाँचों बच्चों की स्थिति के बारे में विस्तृत रिपोर्ट प्राप्त की गई। उन्होंने चिकित्सकों से बात करते हुए कहा कि किसी भी स्तर पर उपचार में कोताही नहीं होनी चाहिए। इसके साथ ही, उन्होंने विशेषज्ञ डॉक्टरों की एक विशेष टीम गठित कर निरंतर स्वास्थ्य निगरानी (मॉनिटरिंग) करने के निर्देश भी दिए। श्री शुक्ल ने कहा कि “यह बच्चों के जीवन से जुड़ा गंभीर मामला है, इसलिए हर कदम पर सतर्कता बरती जाए और कोई भी आवश्यक चिकित्सकीय संसाधन उपलब्ध कराने में विलंब न किया जाए।”

परिजनों से मिले, दिलासा दिया और हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया

दौरे के दौरान उप मुख्यमंत्री ने बच्चों के परिजनों और अभिभावकों से भी भेंट की। उन्होंने परिवारों को भरोसा दिलाया कि राज्य सरकार इस मुश्किल घड़ी में पूरी तरह उनके साथ खड़ी है। श्री शुक्ल ने कहा कि “सरकार की प्राथमिकता बच्चों का स्वास्थ्य है। उनके इलाज में आने वाला पूरा खर्च राज्य सरकार द्वारा वहन किया जाएगा। किसी भी परिवार को आर्थिक बोझ उठाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।” उन्होंने यह भी कहा कि सरकार बच्चों के पूर्णतः स्वस्थ होने तक लगातार उनकी स्थिति पर नजर रखेगी और किसी भी तरह की चिकित्सकीय जरूरत को तुरंत पूरा करेगी।

मुख्यमंत्री मोहन यादव की संवेदनशीलता और सख्त कार्रवाई के निर्देश

उप मुख्यमंत्री ने बताया कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव इस पूरे प्रकरण को लेकर अत्यंत संवेदनशील हैं। उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों। श्री शुक्ल ने कहा, “यह केवल एक प्रशासनिक नहीं, बल्कि मानवीय जिम्मेदारी का विषय है। बच्चों की सुरक्षा और स्वास्थ्य सर्वोच्च प्राथमिकता है, और इसमें कोई भी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।”

वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारियों और विशेषज्ञों की उपस्थिति में समीक्षा बैठक

इस अवसर पर क्षेत्रीय संचालक स्वास्थ्य सेवाएं जबलपुर डॉ. संजय मिश्रा, मध्यप्रदेश स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी, जीएमसी नागपुर, एम्स नागपुर और न्यू हेल्थ सिटी हॉस्पिटल के अधीक्षक, शिशु रोग विशेषज्ञ तथा चिकित्सक दल मौजूद रहे। सभी विशेषज्ञों ने बच्चों की स्थिति, दी जा रही चिकित्सा सुविधा और आवश्यक संसाधनों पर विस्तार से जानकारी दी। उप मुख्यमंत्री ने सभी से समन्वय बनाकर काम करने और हर घंटे स्थिति की रिपोर्ट साझा करने के निर्देश भी दिए।