इंदौर में रेल यात्रियों की सुरक्षा को और मजबूत बनाने के लिए रेलवे पुलिस ने एक बड़ा कदम उठाया है। रेलवे एसपी पद्मविलोचन शुक्ल ने 14 नवंबर को दो विशेष अभियानों—“हमारी सवारी भरोसे वाली” और “पटरी की पाठशाला”—की शुरुआत की, जो रेलवे सुरक्षा और सामाजिक जागरुकता को एक नई दिशा देंगे।
रानी लक्ष्मीबाई स्टेशन से हुई योजनाओं की लॉन्चिंग
इन दोनों अभियानों का शुभारंभ रानी लक्ष्मीबाई रेलवे स्टेशन पर हुआ। कार्यक्रम में विशेष पुलिस महानिदेशक (रेलवे) रवि कुमार गुप्ता ने ऑनलाइन जुड़कर इन पहलों को हरी झंडी दिखाई। मुख्य अतिथि के रूप में आईएमएस, देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के पूर्व डीन प्रभुनारायण मिश्रा उपस्थित थे, जबकि उप पुलिस महानिरीक्षक विनीत कपूर और पंकज श्रीवास्तव ने भी अपनी मौजूदगी दर्ज कराई।
“हमारी सवारी भरोसे वाली” अभियान: QR कोड से मिलेगी सुरक्षित यात्रा
इस अभियान का मुख्य उद्देश्य यात्रियों को सुरक्षित पब्लिक ट्रांसपोर्ट उपलब्ध कराना है। इस पहल के तहत QR कोड आधारित ऑटो चालक सत्यापन व्यवस्था लागू की गई है।
कार्यक्रम के दौरान यात्रियों पर दिखाया गया कि कैसे ऑटो पर लगा QR कोड स्कैन कर वे ड्राइवर की पहचान, फोटो, वाहन नंबर, मोबाइल नंबर और पुलिस वेरिफिकेशन स्टेटस तुरंत देख सकते हैं। यात्रियों का कहना है कि यह सिस्टम भरोसेमंद और बेहद उपयोगी है, खासकर देर रात या अनजान जगहों पर यात्रा करने वालों के लिए।
“पटरी की पाठशाला” अभियान
रेलवे ट्रैक के पास बसे इलाकों में रहने वाले बच्चों, श्रमिकों और महिलाओं में जागरुकता लाने के उद्देश्य से “पटरी की पाठशाला” अभियान शुरू किया गया। इस दौरान लोगों को रेलवे लाइन के पास सावधानी, साइबर सुरक्षा, महिला सुरक्षा और नशामुक्ति से जुड़े महत्वपूर्ण संदेश दिए गए। बच्चों ने सुरक्षा प्रतिज्ञा ली और अधिकारियों से ज़रूरी सुझाव प्राप्त किए। यह अभियान रेलवे सुरक्षा को समाज के हर वर्ग तक पहुंचाने की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोग हुए शामिल
इस आयोजन में सुरेश कोठारी, गौतम कोठारी, रेलवे पीआरओ हरिराम मीणा, आरपीएफ असिस्टेंट कमांडेंट राजीव उपाध्याय और MPSEDC की तकनीकी टीम मौजूद रही। इसके अलावा बड़ी संख्या में रेलवे कर्मचारी, स्थानिय बस्ती के लोग, महिलाएं, छात्र और ऑटो चालक भी शामिल हुए। जीआरपी इंदौर की उप पुलिस अधीक्षक ज्योति शर्मा ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज की।