देश का सबसे बड़ा सार्वजनिक बैंक, भारतीय स्टेट बैंक (SBI), अब ग्राहकों को बिना डेबिट कार्ड के एटीएम से कैश निकालने की सुविधा दे रहा है। यह सुविधा पूरी तरह से UPI आधारित है और 18 जून 2025 से शुरू की गई है।
UPI QR कैश विदड्रॉल: डिजिटल बैंकिंग की दिशा में नई उड़ान
इस नई सेवा का नाम ‘UPI QR Cash Withdrawal’ रखा गया है। इसमें ग्राहक एटीएम पर स्क्रीन पर दिख रहे QR कोड को किसी भी UPI ऐप जैसे PhonePe, Google Pay या BHIM से स्कैन कर कैश निकाल सकते हैं। यह NPCI द्वारा 2023 में शुरू किए गए ICCW सिस्टम का विस्तार है।
कैसे करें बिना कार्ड के एटीएम से पैसे की निकासी?
UPI QR कैश सुविधा का उपयोग करने के लिए सबसे पहले एटीएम स्क्रीन पर “UPI QR Cash” विकल्प चुनें। फिर आवश्यक राशि (₹100 के गुणांक में) दर्ज करें। स्क्रीन पर एक QR कोड आएगा, जिसे UPI ऐप से स्कैन करें, PIN डालें और फिर “Continue” बटन पर क्लिक करके कैश प्राप्त करें।
लेनदेन की सीमा और शर्तें भी हैं निर्धारित
SBI के अनुसार, एक बार में अधिकतम ₹10,000 की राशि निकाली जा सकती है। एक दिन में केवल दो बार यह सेवा उपयोग करने की अनुमति है। इससे यह सुनिश्चित किया गया है कि सेवा सुरक्षित और नियंत्रित ढंग से उपयोग हो।
बढ़ी सुरक्षा, घटी धोखाधड़ी
Cleartax की 2024 रिपोर्ट के मुताबिक, कार्डलेस विदड्रॉल तकनीक अपनाने के बाद एटीएम फ्रॉड मामलों में लगभग 30% की कमी देखी गई है। स्किमिंग, क्लोनिंग जैसे अपराधों पर यह सुविधा काफी हद तक लगाम लगा सकती है।
डिजिटल ट्रांजैक्शन को मिलेगा और बढ़ावा
RBI के ताज़ा आंकड़ों के मुताबिक, भारत में UPI ट्रांजैक्शन 2020 के 2.8 अरब से बढ़कर 2024 में 13 अरब तक पहुँच चुके हैं। SBI की यह नई सुविधा भारत को कैशलेस और सुरक्षित डिजिटल इकोनॉमी की ओर और तेजी से अग्रसर करेगी।
नवाचार की ओर एक और कदम
SBI की यह सेवा न सिर्फ़ तकनीकी दृष्टि से उन्नत है, बल्कि यह इंटरऑपरेबल और सुरक्षित बैंकिंग के भविष्य की दिशा भी तय करती है। ग्राहक अब कार्ड भूल जाने की स्थिति में भी आसानी से नकद निकाल सकते हैं।