इंदौर की GDP डबल मिशन में NRI हुए एकजुट, दुनियाभर से आए पावरफुल आइडियाज

इंदौर को 2030 तक आर्थिक रूप से नई ऊँचाइयों तक पहुँचाने के लक्ष्य को लेकर दुनियाभर में बसे NRI समुदाय ने सक्रिय भूमिका निभानी शुरू कर दी है। सांसद शंकर लालवानी की इस पहल पर अमेरिका, ब्रिटेन, यूएई और यूरोप में बसे इंदौरियों ने कई व्यावहारिक और प्रभावी सुझाव साझा किए हैं, जो शहर के उद्योग, स्टार्टअप, शिक्षा, लॉजिस्टिक्स और पर्यटन सेक्टर में नई ऊर्जा ला सकते हैं।

ग्लोबल व्यापार और FTA के अवसरों पर विशेषज्ञ राय

यूके से रोहित दीक्षित ने बताया कि भारत के नए Free Trade Agreements से कई नए बाजार खुल रहे हैं। उनके अनुसार, इंदौर को एक्सपोर्ट-फोकस्ड सेक्टर्स पर तुरंत ध्यान देकर इन अवसरों का अधिकतम लाभ उठाना चाहिए।

इंदौर को ‘सेकंड होम’ और सेवाओं के हब के रूप में विकसित करने की सलाह

यूएई से जितेंद्र वैद्य ने इंदौर को “Second Home” के रूप में पेश करने का सुझाव दिया। उनका मानना है कि शहर विदेशी नागरिकों के लिए रहने, निवेश करने और व्यवसाय बढ़ाने के लिहाज से बेहद उपयुक्त है। उन्होंने टेक्सटाइल और इमिग्रेशन से जुड़ी सेवाओं को मजबूत बनाने पर जोर दिया।

फल-सब्ज़ी निर्यात में तेज बढ़त की संभावना

नरोत्तम सोमानी ने कहा कि FTA के बाद ताजे फल और सब्ज़ियों के निर्यात में इंदौर बड़ी छलांग लगा सकता है। इसके लिए आधुनिक कोल्ड-चेन और विशेष लॉजिस्टिक नेटवर्क जरूरी होंगे।

गिफ्ट सिटी मॉडल जैसा आर्थिक ढांचा विकसित करने का सुझाव

निरझर राजावत ने बताया कि शहर की 85% अर्थव्यवस्था पाँच प्रमुख सेक्टरों पर आधारित है। उनकी सलाह है कि अहमदाबाद की तर्ज पर इंदौर में भी गिफ्ट सिटी मॉडल का छोटा संस्करण स्थापित किया जाए, जिससे निवेश और आर्थिक गतिविधियों में तेजी आए।

विश्वस्तरीय शिक्षा केंद्र बनने की बड़ी संभावना

मयूरी चौरड़िया ने बताया कि विश्व की 200 से अधिक यूनिवर्सिटीज भारत में ऑफ-कैंपस खोलने की इच्छुक हैं। AI, Robotics और Engineering जैसे क्षेत्रों में इंदौर प्रमुख शिक्षा हब बन सकता है। उन्होंने MSME सेक्टर के लिए नई नीति और सपोर्ट सिस्टम की जरूरत भी बताई।

धार्मिक पर्यटन और फूड कल्चर को वैश्विक पहचान देने की बात

टेक्सास के भरत अग्रवाल ने इंदौर को दुनिया के सामने पर्यटन शहर के रूप में पेश करने की आवश्यकता बताई। उन्होंने बताया कि धार्मिक स्थलों, भोजन संस्कृति और नमकीन उद्योग को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मार्केट किया जा सकता है।

हेल्थकेयर सेक्टर और मेडिकल टूरिज्म को बढ़ावा देने की सलाह

यूके से डॉ. राजेश ने हेल्थ प्रोफेशनल्स की भागीदारी बढ़ाने की बात कही। उनके अनुसार, मेडिकल टूरिज्म और प्रिवेंटिव हेल्थकेयर पर काम करके इंदौर अपनी स्वास्थ्य अर्थव्यवस्था को मजबूत कर सकता है।

ट्रैफिक मैनेजमेंट और इंफ्रास्ट्रक्चर सुधार पर जोर

ह्यूस्टन के निखिल जैन ने बताया कि वहाँ 400 से ज्यादा इंदौरी परिवार रहते हैं, और सभी की प्राथमिक चिंता ट्रैफिक है। उनका सुझाव है कि निवेश आकर्षित करने के लिए शहर की यातायात व्यवस्था को और बेहतर किया जाए।

आशीष जैन ने फिल्म और एंटरटेनमेंट उद्योग में संभावनाओं को तलाशने की सलाह दी। जबकि आशीष भंडारी ने पब्लिक ट्रांसपोर्ट, एयरपोर्ट लॉजिस्टिक जोन और आधुनिक नेटवर्क विकसित करने पर जोर दिया।

Big Branding, Second Home Concept और NRI City के सुझाव

सीए प्रवीण मेहता ने “Second Home” कॉन्सेप्ट को सबसे व्यवहारिक बताया, जिससे विदेशी निवेश तेजी से आकर्षित किया जा सकता है। डॉ. राधू अग्रवाल ने “NRI City” विकसित करने और दिल्ली–इंदौर कनेक्टिविटी सुधारने की जरूरत जताई। रोहित बंगवाल ने कहा कि इस पूरे मॉडल को ग्लोबल ब्रांडिंग की जरूरत है।

लीना वैद्य ने फिल्म उद्योग को इंदौर लाने, विदेशी छात्रों के लिए अवसर बढ़ाने और पर्यटन पैकेज तैयार करने का सुझाव दिया।
जितेंद्र मुछाल ने भोजन, स्वच्छता और संस्कृति—इन तीन बिंदुओं पर खास ब्रांडिंग की बात कही। उन्होंने धार्मिक पर्यटन और डेस्टिनेशन वेडिंग क्षेत्र को भी बड़े अवसर बताया।

सांसद शंकर लालवानी ने दुनियाभर में बसे इंदौरियों से आग्रह किया कि वे शहर के विकास अभियान में अपने सुझाव भेजते रहें। उनका कहना है कि इंदौर को अगले विकास चरण तक ले जाने में वैश्विक इंदौरियों की साझेदारी अत्यंत महत्वपूर्ण साबित होगी।