Nursing Scam : जिनको दिलाई मान्यता वो जेल में हैं : जयवर्धन, सारंग बोले- जल्द करूंगा खुलासा

स्वतंत्र समय, भोपाल

नर्सिंग घोटाले ( Nursing Scam ) को लेकर शुरू हुआ हंगामा थमने का नाम नहीं ले रहा है। सडक़ से लेकर सदन तक हंगामा चालू है। कांग्रेस ने गुरूवार को भी मंत्री विश्वास सारंग के इस्तीफे की मांग करते हुए कांग्रेस ने चौथे दिन भी सदन में हंगामा किया। उनके खिलाफ विशेषाधिकार हनन की सूचना भी दे दी है। वहीं पूर्व मंत्री जयवर्धन ङ्क्षसह ने मीडिया से कहाकि सारंग ने आपदा में अवसर ढूंढते हुए कागजी कालेजों को मान्यता दिलवाई, आज कालेज मालिक जेल में हैं। पलटवार करते हुए मंत्री सारंग ने कहा जल्द ही खुलासा कर दूंगा कि इस षडयंत्र के पीछे कौन लोग हैं।

Nursing Scam के लेकर विधानसभा में हुआ हंगामा

कांग्रेस विधायक व पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह नेे गुरुवार को विधानसभा परिसर में मीडिया से चर्चा में नर्सिंग घोटाले ( Nursing Scam ) से जुड़े 3 कागज के सेट दिखाते हुए कहा मंत्री सारंग द्वारा एक पत्र जारी किया गया था, पत्र के चौथे बिंदु में स्पष्ट उल्लेख किया गया है जिन कॉलेजों को वर्ष 2019-20, 20-21 और 21-22 में संबद्धता नहीं मिली उसमें पुन: विचार किया जाए। सदन में मंत्री सारंग ने कहा था संबद्धता और मान्यता नहीं समझे जेवी। मैंने संबद्धता और मान्यता दोनों की बात कही थी। जबलपुर के नर्सिंग कॉलेज के संबंध में सारंग द्वारा आदेशित था कि संबद्धता हेतु मान्य किया जाए। मलय कॉलेज ऑफ़ नर्सिंग भोपाल के मालिक आज जेल में है। इसे सारंग के समय मान्यता दी गई थी। चिकित्सा शिक्षा मंत्री राजेंद्र शुक्ला को दोबारा विचार करना चाहिए उन्हें एक्शन लेना चाहिए। जेवी ने कहाकि नेता प्रतिपक्ष से बात कर हम आगे का निर्णय लेंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि कोरोना काल में भी मंत्री सारंग आपदा में अवसर ढूंढ रहे थे। इस दौरान 220 नए कॉलेज आ जाते हैं।

पंचर गुब्बारे में हवा भर रही कांग्रेस: सारंग

मंत्री सारंग ने पूर्व मंत्री जयवर्धन व कांग्रेस के आरोपों पर पलटवार करते हुए कहाकि कांग्रेस बिना तथ्यों के आरोप लगाकर कांग्रेस पंचर गुब्बारे में हवा भर रही है। जयवर्धन सिंह ने आरोप लगाया कि तथाकथित पत्र के बाद विश्व विद्यालय द्वारा मान्यता दी गई। वे मान्यता व सम्बद्धता में अंतर नहीं जानते। जिस पत्र की बात हो रही है उस पर मेरे नहीं बल्कि कार्यालय के हस्ताक्षर हैं। इस पत्र में कोरोना काल, ई लाइब्रेरी, यूनिवर्सिटी से सम्बद्धता को लेकर पुनर्विचार की बात लिखी है। विश्व विद्यालय कार्यपरिषद की बैठक के बाद जिन कालेजों को नर्सिंग कौंसल की मान्यता प्राप्त थी और जिनकी फीस विवि में जमा थी उन्हें ही संबद्धता दी गई। छात्रों के भविष्य को देखते हुए हमारे कार्यालय की ओर से पुनर्विचार के लिए पत्र लिखा गया था, निर्देश नहीं था। मलय कॉलेज को मान्यता हमने नहीं, 11 जनवरी 2019 को विजयलक्ष्मी साधो द्वारा मान्यता दी गई थी। जयवर्धन बताएं कि उसके मालिक को जेल क्यों भेजा गया है। मैंने कभी नहीं कहा कि सुनीता शिजू की नियुक्ति कांग्रेस के कार्यकाल में हुई। उन्हें असिस्टेंट रजिस्ट्रार होने के बावजूद रजिस्ट्रार के अधिकार कांग्रेस सरकार ने दिए। कांग्रेस केवल राजनीतिक रोटियां सेंकने के लिए आरोप लगा रही है। जल्द ही इस षड्यंत्र के पीछे के लोगों का खुलासा करूंगा।

सदन में बच्चों का खेल, ऐ प्यारे व ओ राजा भी आए

नर्सिंग घोटाले और मंत्री विश्वास सारंग के इस्तीफे की मांग को लेकर लगातार चौथे दिन भी विधानसभा में हंगामा हुआ। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने गुरूवार को मंत्री विश्वास सारंग के खिलाफ कांग्रेस के जयवर्धन ङ्क्षसह व सचिन यादव के विशेषाधिकार हनन की सूचना पर चर्चा की मांग की। विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि उन्हें इस संबंध में दो सूचनाएं मिली हैं। इनका परीक्षण करने के बाद आगे का निर्णय लेंगे। विपक्ष चर्चा कराने की मांग पर अड़ गया। संसदीय कार्यमंत्री कैलाश विजयवर्गीय और नेता प्रतिपक्ष किताबें खोलकर नियमों का हवाला देने लगे। दोनों ओर से हंगामा किया जाने लगा। संसदीय कार्यमंत्री ने नियम परंपराओं से सदन चलने की बात कहते हुए दो बच्चों चुन्नू और मुन्नु से जुड़े एक खेल को लेकर टिप्पणी कर दी। मूल शब्द अध्यक्ष ने कार्रवाई से हटवा दिया। हंगामे के बीच विजयवर्गीय ने अध्यक्ष से पूछा कि इसे उन बच्चों का खेल नहीं तो और क्या कहेंं। इस पर नेता प्रतिपक्ष ने कहा फिर हम भी ऐ प्यारे, ओ राजा कहेंगे तो अच्छा रहेगा क्या? स्पीकर ने कहा 2 जुलाई को ध्यानाकर्षण के माध्यम से लंबी चर्चा कराई गई थी। चर्चा दोनों पक्षों की सहमति से हुई थी। अब आगे इस पर हंगामे की स्थिति नहीं बनना चाहिए।