स्वतंत्र समय, भोपाल
प्रदेश के लिए किरकिरी बने नर्सिंग घोटाले ( Nursing Scam ) में अब एक नया पेज जुड़ गया है। सीबीआई की रिपोर्ट पर जिन कालेजों को मान्यता दी गई थी, उनमें से भी कई कालेज अब नर्सिंग काउंसिल को ही ढूंढे नहीं मिल रहे हैंँ। हालत यह है कि इन मान्यता प्राप्त कालेजों में मार्कशीट लेने वाला भी कोई नहीं है। इसके चलते काउंसिल द्वारा भेजी जा रही पोस्ट भी बैरंग लौट रही हैं। थक हारकर काउंसिल को अब जाहिर सूचना जारी कर इन कालेजों को मार्कशीट लेने के लिए बुलाना पड़ रहा है।
Nursing Scam ऐसा कि 13 कालेजों के पते पर कोई नहीं मिला
मध्यप्रदेश नर्सेस रजिस्ट्रेशन काउंसिल ने इस संबंध में 11 जून को आम सूचना जारी की है। इस सूचना में उन 13 कालेजों की सूची भी दी है, जो पोस्ट मैन को मिले ही नहीं। इस अधिसूचना में स्पष्ट है कि काउंसिल द्वारा स्पीड पोस्ट के माध्यम से जीएनएम फर्स्ट ईयर की मार्कशीट कालेजों को भेजी गई थीं। मगर ( Nursing Scam ) 13 कालेजों द्वारा दिए गए पते पर कोई मार्कशीट लेने वाला ही नहीं मिला। न ही कोई इसकी जिम्मेदारी लेने वाला था। किसी के न मिलने पर स्पीड पोस्ट ने ये मार्कशीट काउंसिल को वापस भेज दी हैं। अब कालेज प्रबंधकों से कोई संपर्क न होने के कारण काउंसिल ने आम सूचना जारी कर सभी को मार्कशीट लेने के लिए भोपाल कार्यालय बुलाया है। जीएनएम फर्स्ट ईयर न्यू कोर्स की परीक्षाएं 28 से 31 मार्च तक आयोजित की गई थीं।
सीबीआई की नई रिपोर्ट में कालेजों को लेकर आशंका जताई है
कालेजों द्वारा दिए गए पते पर मार्कशीट का बंडल रिसीव करने वाला ही नहीं मिलने से एक बार नर्सिंग घोटाले में नया पेज जुड़ता दिख रहा है। इससे सीबीआई की नई रिपोर्ट में उपयुक्त माने गए कालेजों को लेकर भी आशंका जताई जाने लगी है। आश्चर्य की बात यह है कि इन कालेजों के किसी विद्यार्थी ने भी कोई संपर्क नहीं किया। न ही कालेज में कोई जानकारी देने वाला मिला। ऐसे में इन कालेजों में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों को लेकर भी संदेह पैदा हो गया है। वैसे भी अधिकांश नर्सिंग कालेजों पर आरोप लगे हैं कि यहां केवल परीक्षा देने ही छात्र आते हैं। इनमें भी अधिकांश छात्र पड़ोसी राज्यों के होते हैं, जो केवल मार्कशीट लेने ही आते हैं।
इन कालेजों से बैरंग लौटीं मार्कशीट
एसआर कालेज इटारसी, स्वामी विवेकानंद स्कूल पन्ना, विश्वास ट्रेनिंग इंस्टीटयूट मुरैना, स्टार कालेज ग्वालियर, समर्थ साई इंस्टीटयूट ग्वालियर, अमलास देवास, ऋतु कालेज छिंदवाड़ा, रब कालेज कराहल श्योपुर, संजीवनी कालेज बड़वानी, क्लार्कसन चितोरा रोड बडागांव, डबरा नर्सिंग स्कूल ग्वालियर, साई बाबा स्कूल लश्कर ग्वालियर, आरबीएम कालेज दतिया।
एनएसयूआई ने बताया फर्जीबाड़ा
एनएसयूआई मेडिकल विंग के रवि परमार ने इन कालेजों में कोई मार्कशीट कलेक्ट नहीं करने वाला न मिलने पर पूरी व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं। साथ ही इसकी वजह भी फर्जीबाड़े को बताया है। छात्र नेता सवाल उठाया है कि मान्यता प्राप्त कालेज भी क्या सिर्फ कागजों में ही चल रहे हैं? लगता है सीबीआई जांच के डर से नर्सिंग कालेजों ने अपने पते बदल दिए हैं जिसकी जानकारी नर्सिंग काउंसिल को भी नहीं दी गई। कालेजों में चिडिय़ा भी नहीं उड़ रही है। इससे साफ है कि सारा धंधा केवल परीक्षाओं के नाम पर चलता है।