मप्र में चल रहे illegal sand mining के खेल में अफसर भी शामिल

स्वतंत्र समय, भोपाल

हाल ही में नर्मदापुरम में अवैध रेत खनन ( illegal sand mining ) का मामला उजागर हुआ था। स्वतंत्र समय समाचार पत्र ने उसे प्राथमिकता से उठाया, उसके बाद सरकार ने एक जांच समिति गठित कर दी, लेकिन इस रेत खनन घोटाले में अफसरों की भूमिका पर भी सवाल उठ रहे हैं। अब मामला उमरिया जिले का सामने आया है, जिसमें जगह-जगह से रेत का अवैध उत्खनन किया जा रहा है, जिस जगह से उत्खनन किया जाता है न तो वहां कंपनी को कोई खदान स्वीकृत है और न ही खदानों पर कोई सीमांकन और न ही कोई सूचना बोर्ड लगा होता है।

illegal sand mining में हाईकोर्ट ने मांगे जांच प्रतिवेदन

स्थानीय लोगों द्वारा इस अवैध उत्खनन का विरोध किया जाता है तो कंपनी के द्वारा वहां से अवैध रेत खनन ( illegal sand mining ) बंद कर दिया जाता है। देखा जाए तो कुछ दिन पहले रेत कंपनी द्वारा ग्राम पंचायत पड़वार के सलैया खदान से रेत का अवैध उत्खनन किया जा रहा था तथा रॉयल्टी उमरिया जिले के बाहर की काटी जा रही थी, जिसका विरोध ग्राम पंचायत के सरपंच-उप सरपंच सहित सभी पंचों ने लिखित किया था। इसके बावजूद कंपनी के गुर्गों द्वारा स्थानीय प्रशासन एवं खनिज विभाग से मिलकर रेत का अवैध उत्खनन कर रहे थे। लेकिन हाईकोर्ट में रिट पीटिशन दायर होने के बाद हाईकोर्ट के जजमेंट में उमरिया जिला प्रशासन एवं खनिज विभाग से संचालित खदान का जांच प्रतिवेदन मांगे जाने पर रेत कंपनी तथा स्थानीय प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए हैं।

20 मई को होगी हाईकोर्ट में सुनवाई

हाईकोर्ट में रेत कंपनी के खिलाफ याचिका लगाने वाले समाज सेवी अयोध्या प्रसाद प्रजापति से जानकारी लेने पर पता चला कि मेरे द्वारा हाईकोर्ट में रेत कंपनी के अवैध उत्खनन के खिलाफ जो याचिका दायर की गई थी, उसमें इसी महीने की 20 तारीख को उच्च न्यायालय का सुनवाई होना है, जब से मैं रेत कंपनी के अवैध उत्खनन के खिलाफ याचिका दायर की है, तब से मुझे बाबा महाकाल मिनरल्स कंपनी के कर्मचारियों द्वारा लगातार जान से मारने और देख लेने की धमकी दी जा रही है। बताया जाता है कि नदी से रोज शाम को सात बजे से सुबह सात बजे तक बड़ी- बड़ी पोकलेन मशीनों से रेत का अवैध उत्खनन किया जाता है, जिसकी जानकारी खनिज विभाग को कई बार फोन के माध्यम से दी गई। लेकिन आत तक रेत कंपनी के ऊपर कोई कार्रवाई खनिज विभाग द्वारा नहीं की गई।

अब अमिलिया सोन नदी में अवैध उत्खनन

शिकायतकर्ताओं ने बताया कि अब बाबा महाकाल मिनरल्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी द्वारा अमिलिया के सोन नदी में रेत का अवैध उत्खनन कर टीपी ग्राम रिछाई तहसील जबलपुर के स्टॉक की काटी जा रही है, जिसकी लीज उमरिया जिले के पूर्व रेत कम्पनी आरएसआई स्टोन वर्ल्ड के नाम से है, जिसका मालिक राहुल शर्मा है।

हाईकोर्ट सख्त, पूछा- क्या कदम उठा रही है सरकार

बीते 5 मई को शहडोल में रेत खनन के दौरान सहायक उप निरीक्षक महेंद्र बागरी की मौत के बाद हाईकोर्ट सख्त हो गया है। प्रदेश में लगातार हो रहे रेत खनन को लेकर हाईकोर्ट ने राज्य सरकार से पूछा है कि इस पर अंकुश लगाने के लिए क्या कदम उठाए जा रहे है। इस पर शासकीय वकील ने हाईकोर्ट को जवाब देते हुए कहा है कि शहडोल कलेक्टर व एसपी से रिपोर्ट मांगी है। कोर्ट ने ब्यौहारी में अवैध रेत खनन करने वाले माफिया द्वारा एएसआई व पटवारी की हत्या के बाद कार्रवाई के संबंध में जवाब तलब किया है। हाईकोर्ट जस्टिस डीके पालीवाल की कोर्ट ने दो आरोपी अनुज कौल और शुभम विश्वकर्मा की जमानत अर्जी पर सुनवाई के दौरान उक्त निर्देश दिए।