स्वतंत्र समय, भोपाल
पुराने ऐसे मंदिर और देवस्थान ( Devsthan ) जो नष्ट, भ्रष्ट हो गए उनको पुर्नस्थापित करके वापस साकार में लाना ये चुनौती का काम भी है, लेकिन ये हमारी पुरानी गौरवशाली परंपरा को स्थापित करने का महत्व है। दिल्ली के जीजस एंड मैरी मार्ग पर स्थित न्यू मप्र भवन में आयोजित मप्र उत्सव का मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने शुक्रवार को उद्घाटन के अवसर पर ये बात कही।
Devsthan को लेकर अच्छा काम किया है
मप्र भवन में पुरातत्व विभाग द्वारा लगाई प्रदर्शनी का भी सीएम ने अवलोकन किया। सीएम मोहन ने कहा कि पुरातत्व विभाग ने पुराने देवस्थानों ( Devsthan ) को लेकर अच्छा काम किया है। इस दौरान खेल मंत्री विश्वास सारंग भी दिल्ली के मप्र भवन पहुंचे। सीएम डॉ. यादव ने कहा- मप्र भवन में आज मप्र उत्सव का शुभारंभ हुआ है। चार दिनों तक मप्र में पर्यटन, व्यंजन, हस्तशिल्प कला, इतिहास, संस्कृति की जानकारी देने के लिए इस उत्सव का आयोजन किया है। मप्र अपनी सांस्कृतिक, पर्यटन, इतिहास और अलग-अलग अंचल के रहवास की दृष्टि से अद्भुत और आनंददायी प्रदेश है। देश के लोग इसे जानें इसलिए देश की राजधानी में इस उत्सव का आयोजन किया है।
2 सितंबर तक होगा उत्सव का आयोजन
मप्र उत्सव में गौंडकालीन चित्रकारी से लेकर भीमबेटका की 10 हजार साल पुरानी चित्रकला को भी सबके सामने लाकर मप्र की समृद्धशाली विरासत से सबको परिचित कराने का प्रयास किया है। मध्यप्रदेश उत्सव 30 अगस्त से 2 सितंबर, चार दिनों तक के बीच मध्यप्रदेश उत्सव आयोजित होगा। जिसमें प्रदेश की समृद्ध कला, पर्यटन, संस्कृतिक विरासत, जनकल्याणकारी योजनाओं और उपलब्धियों का प्रदर्शन होगा। इस उत्सव में लघु मप्र की झलक दिखाई देगी। सीएम ने कहा कि प्रदेश के अलग-अलग अंचलों-मालवा, विंध्य, महाकौशल और बुंदेलखंड के विशिष्ट व्यंजन भी परोसे जाएंगे। इस मौके पर सीएम के साथ पूर्व मंत्री अरविंद सिंह भदौरिया, पूर्व विधायक केपी त्रिपाठी भी मौजूद थे।