नवरात्रि के पावन पर्व पर इंदौर की धरा पर बरसेंगी मां महालक्ष्मी की कृपा, महालक्ष्मी समृधि महायज्ञ का भव्य शुभारंभ

नवरात्रि का पावन पर्व इस बार इंदौरवासियो के लिए अति विशेष है वह इसलिए क्योकि इंदौर शहर में इस पर नवरात्रि में मां महालक्ष्मी की आराधना का भव्य आयोजन चल रहा है।  जिसमें देश- विदेश के भक्त शामिल हो रहे है। इस महायज्ञ की विशालता और भव्यता की चर्चा चारों ओर फैल रही है। इंदौर के वीआईपीए परस्पर नगर में आयोजित हो रहे नवरात्र महोत्सव में 20 राज्यों सहित सात देशों से श्रद्धालु शामिल होंगे। 25 एकड़ के आयोजन स्थल पर 11 हजार स्वर्णलेपित कलश स्थापित किए गए है। यहां पर समृद्धि की देवी महालक्ष्मी की उपासना की जाएगी। वहीं एक करोड़ कुमकुम अर्चना के साथ ही 10 लाख आहुतियां भी 11 दिनों में दी जाएंगी।
11 हजार अष्टलक्ष्मी कलश को किया जाएगा सिद्ध
इस महायज्ञ में 11 हजार अष्ट लक्ष्मी कलशों को सिद्ध किया जाएगा। यहां सुबह 10.30 से दोपहर दो बजे तक माता को आकर्षित करने की भावना से 351 सामग्रियां रखी जाएंगी। एक करोड़ मंत्र, एक करोड़ कुमकुम अर्चना, 10 लाख आहुतियों से कलशों को सिद्ध किया जाएगा।

दिव्य देवी भागवत कथा का आयोजन
नवरात्रि में प्रतिदिन शाम सात से रात 10 बजे तक दिव्य देवी भागवत कथा होगी। इसमें भगवती के विभिन्न रूप, लीलाओं, महिमा का वर्णन और मंत्रोच्चार होगा। जगदंबा का सहस्रपाठ किया जाएगा।

मां पद्मावती की आराधना
संसार के लोगों का दु:ख निवारण की भावना से अलौकिक दिव्य निवारण महायज्ञ भी होगा। इसमें मां पद्मावती के साथ गणपति, भैरव, भगवान शंकर, मां पार्वती, नवग्रह व हनुमान की आराधना होगी। सुख-शांति एवं समृद्धि के लिए मंत्रोच्चार होगा।

12 ज्योतिर्लिंग और माता के 23 स्वरूप
महायज्ञ के आयोजन स्थल पर 12 ज्योतिर्लिंग और माता के 23 स्वरूपों की प्रतिकृति के दर्शन भी होंगे। प्रवेश द्वार पर मां लक्ष्मी के वाहन उल्लू के चित्र भी बनाए गए हैं। बादल से पानी की बूंदें गिरने का अहसास भी पंडाल में होगा।

लाखों श्रद्धालु एक साथ माता की आराधना करेंगे
दिव्य आयोजन वसंत विजयानंद गिरि महाराज के सानिध्य में हो रहा है। इस आयोजन से नवरात्र में भक्ति और साधना का दुर्लभ संयोग बनेगा। यहां लाखों श्रद्धालु एकसाथ माता की आराधना करेंगे। वे माता के दिव्य अवतारों के साक्षी बनेंगे। कथा में शामिल होने वाले शोक-संताप से मुक्त होंगे।