पुरी की जगन्नाथ रथ यात्रा की तर्ज पर इंदौर के इस मंदिर से निकलेगी मध्यप्रदेश की सबसे बड़ी रथ यात्रा

Jagannath Rath Yatra : ओडिशा के पुरी में निकलने वाली भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा देश की सबसे बड़ी रथ यात्रा है। 27 जून को इस रथ यात्रा में भगवान जगन्नाथ, बड़े भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा तीन रथों पर सवार होकर नगर भ्रमण के लिए निकलने वाले है। आपको बता दें कि पुरी की जगन्नाथ रथ यात्रा के बाद गुजरात के अहमदाबाद में भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा भारत दूसरी सबसे बड़ी रथ यात्रा मानी जाती है।

लेकिन क्या आप जानते है मध्यप्रदेश में एक ऐसा शहर है, जहां से भारत की तीसरी सबसे बड़ी रथ यात्रा मानी जाती है। आपको जानकर हैरानी होगी कि वो शहर इंदौर है। इंदौर के छत्रीपुरा क्षेत्र में स्थित पावन सिद्ध धाम श्री लक्ष्मी वेंकटेश देवस्थान से मध्यप्रदेश की सबसे बड़ी रथ यात्रा निकलती है। जिसमें हजारों की संख्या में भक्त शामिल होते है।

इन दिनों इस रथ यात्रा की तैयारी जोरों-शोरों से चल रही है और बहुत जल्द यानी 27 जून इस रथ यात्रा में भगवान वेंकटेश फुलो से सजे रथ पर सवार होकर नगर भ्रमण के लिए निकलने वाले है।

आपको बता दें कि छत्रीपुरा के पावन सिद्ध धाम श्री लक्ष्मी वेंकटेश देवस्थान मंदिर में इसके लिए ओडिशा के पुरी शहर की जगन्नाथ मंदिर से निकलने वाली भव्य रथ यात्रा की तर्ज पर इंदौर में भी 7 दिनों का आयोजन होने जा रहा है। इसके लिए इस मंदिर में कार्यक्रमों की शुरुआत भी हो चुकी है।

आपको बता दें कि छत्रीपुरा के पावन सिद्ध धाम श्री लक्ष्मी वेंकटेश देवस्थान मंदिर में पिछले 70 सालो से ब्रह्मोत्सव और रथ यात्रा महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। हर साल की परंपरा के अनुसार इस साल 27 जून को भगवान वेंकटेश रथ पर सवार होकर निकलेंगे। इसके लिए एक भव्य फूल बंगला सजाया जाएगा।

इंदौर में हर साल निकलने वाली भगवान वेंकटेश की भव्य शोभायात्रा में हजारों की संख्या में भक्त शामिल होते है।आपको बता दें कि इस शोभायात्रा की तैयारियां पूरी हो चुकी है जिसे लेकर प्रतिदिन अलग-अलग तरह के आयोजन किये जा रहे हैं। 21 जून 2025 से प्रारंभ हुए इस महोत्सव में अलग-अलग आयोजन हो रहे हैं। ये आयोजन 27 जून तक चलेंगे।

आपको बता दें कि 25 जून को इस मंदिर में भव्य कल्याण उत्सव मनाया जाएगा और 26 जून को भव्य पुष्प बांग्ला सजाया जाएगा। जिसमें हजारों लोग दर्शन के लिए पहुंचेंगे। वहीं 27 जून को एक भव्य शोभ यात्रा निकाली जाएगी, जो कि मध्य भारत की सबसे बड़ी रथ मानी जाती है।