महाराष्ट्र में महायुति गठबंधन की शानदार जीत के बाद से ही महाराष्ट्र में सीएम की कुर्सी के लिए शिवसेना,बीजेपी और एनसीपी के बीच तनातनी चल रही है। यहीं शिवसेन के एकनाथ शिंदे और बीजेपी के देवेन्द्र फडणवीस के बीच कुर्सी को लेकर तनातनी ज्यादा चल रही है। वहीं शिवसेना समर्थकों ने जिस तरह से सीएम पद पर एकनाथ शिंदे को बैठान की मांग की। वहीं शिवसेना के महायुति से अलग होने की भी संभावना जतादी गई थी। लेकिन इन कयासों पर विराम लगाते हुए एकनाथ शिंदे ने एक प्रेस कांफेस लेकर इस बात को स्पष्ट किया कि वह महायुति की सरकार के साथ है। सीएम पद का फैसला मोदी और अमित शाह करेंगे। यदि मोदी बीजेपी का सीएम बनाएंगे तो उन्हें मोदी का फैंसला स्वीकार होगा। वहीं उन्होंन यह भी स्पष्ट कर दिया था कि सीएम के नाम का फैसला दिल्ली में महायुति गठबंधन की बैठक में होगा। गुरूवार का दिन महाराष्ट्र की राजनीति में ऐतिहासिक हो सकता है। जब यहां पर बीजेपी का सीएम बनाया जाएगा । वहीं सीएम का नाम तय करने की स्थिति दिल्ली में बैठक के बाद ही स्पष्ट होगा।
महायुति गठबंधन के मुखिया पहुंचेंगे आज दिल्ली
महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री कौन होगा, इस सवाल का जवाब गुरूवार को मिल सकता है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ महायुति के बड़े नेताओं की बैठक होने जा रही है। अनुमान लगाया जा जा रहा है कि देवेंद्र फडणवीस को महाराष्ट्र के अगलें मुख्यमंत्री बनाने जाने पर मुहर लग जाएगी। विधानसभा चुनाव से पहले एकनाथ शिंदे सीएम थे, जबकि देवेंद्र फडणवीस उनके डिप्टी के रूप में काम कर रहे थे। बताया जा रहा है कि अमित शाह यह जानना चाहते हैं कि सीएम फैसले में मराठा फैक्टर कितना प्रभावित होगा। जिसके चलते बैठक से एक दिन पहले अमित शाह ने राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े से मुलाकात की। गुरूवार को सीएम के नाम पर मुहर लगने के बाद 2 दिसंबर को शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया जा सकता है।