देश में जहां कोरोना कम हो चूका था वहीं अब फिर लगातार बढ़ता हुआ नजर आ रहा है। रोजाना कोरोना मामलों में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। जिसके चलते अप्रैल महीने में सबसे ज्यादा केस देखने को मिले है। जानकारी के लिए बता दें स्वास्थ्य मंत्रालय के जारी आंकड़ों के मुताबिक देश में कई ज्यादा कोरोना केस सामने आए हैं। बीते 6 महीने में यह संख्या अधिक बढ़ कर आई है। वहीं बढ़ते कोरोना के मामले देख राज्य और केंद्र सरकार अलर्ट पर है।
कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए कई राज्यों में इसको लेकर नई गाइडलाइन्स जारी कर दी गई हैं। तेजी से बढ़ते कोरोना मामलों पर एक्सपर्ट ने चिंता जताई है। हालाँकि, रविवार को कोरोना संक्रमण के मामलों में कुछ गिरावट दर्ज की गई है। स्वस्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, बीते 24 घंटों में कोरोना के 10,093 नए मामले सामने आए हैं। शनिवार को कोरोना के 10,753 मामले दर्ज किये गए थे। बता दें, कोरोना से रविवार को 23 लोगों की मौत हो गई।
Also Read – बिजनेस के लिए पैसा चाहिए तो यहां मिलेगा 5 मिनट में10 लाख रुपए तक का Loan, ऐसे करें अप्लाई
वहीं शुक्रवार को कोरोना संक्रमण के मामले 11 हजार के पार थे। इनमें मामूली गिरावट से थोड़ी राहत जरूर मिली है। देश में पिछले 24 घंटे में 19 कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हो गई है। अब तक कुल 5,31,114 संक्रमित मरीजों की मौत हो चुकी है। कोरोना के सक्रिय मामलों की संख्या 57542 है। यह कुल मामलों का करीब 0.13 प्रतिशत है।
अब देखना यह होगा कि कोरोना वायरस पहले की तरह ही अपने पैर पसार पाता है या फिर सरकार इसका तोड़ निकाल लेती है। लेकिन, अगर फिर से कोरोना के कारण देश की हालत बिगड़ती है तो यह देश के लिए बहुत बड़ा नुकसान लेकर आएगी । क्योंकि जैसे तैसे पटरी पर गाड़ी आ रही है।
कोरोना के अलावा H3N2 इन्फ्लूएंजा भी पैर फासरता नजर आ रहा है। इसके भी केस बढ़ने की काफी संभावनाएं है। खासतौर से बच्चे और ज्यादा उम्र के लोग इसकी चपेट में आ रहे हैं। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के वैज्ञानिकों ने पिछले दिनों बताया था कि सर्दी-जुकाम, खांसी, बुखार, गले में दर्द के बढ़ते मामलों की वजह इन्फ्लुएंजा A का सबटाइप H3N2 वायरस है।