Operation Sindoor Updates: थोड़ी देर में राष्ट्रपति से मिलेंगे पीएम मोदी

मंगलवार और बुधवार की दरम्यानी रात को भारतीय सेना ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में मौजूद आतंकी ठिकानों पर सटीक हमला किया। इस अहम अभियान के बाद विदेश सचिव विक्रम मिस्री, कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने एक संयुक्त प्रेस ब्रीफिंग की।

विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने पाकिस्तान पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि वह आतंकवादियों के लिए एक सुरक्षित पनाहगाह बना हुआ है। उन्होंने इस बात को उजागर किया कि अंतरराष्ट्रीय दबाव के बाद ही लश्कर-ए-तैयबा के मोस्ट वांटेड आतंकी साजिद मीर को पकड़ा गया, जो इस बात का प्रमाण है कि पाकिस्तान अपने कब्जे वाले इलाकों में आतंकियों के खिलाफ कोई ठोस कदम नहीं उठाता।

मिस्री ने यह भी स्पष्ट किया कि 22 अप्रैल को पहलगाम में लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े आतंकियों ने जानबूझकर पर्यटकों को निशाना बनाकर हमला किया था। इस हमले का मकसद कश्मीर में शांति भंग करना और सांप्रदायिक तनाव भड़काना था। भारत ने यह कार्रवाई आत्मरक्षा में की है और यह आतंकवाद के खिलाफ उसकी ‘ज़ीरो टॉलरेंस’ नीति का स्पष्ट संदेश है।

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात कर रहे हैं, जहां वे “ऑपरेशन सिंदूर” के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे।

ऑपरेशन सिंदूर: पृष्ठभूमि और उद्देश्य

यह सैन्य अभियान 6 मई 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में शुरू किया गया था, जिसमें 26 निर्दोष नागरिकों की जान गई थी। इस हमले के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान और पाकिस्तान-शासित कश्मीर में स्थित आतंकवादी ठिकानों के खिलाफ “ऑपरेशन सिंदूर” नामक कार्रवाई की शुरुआत की। इस ऑपरेशन के तहत भारतीय वायुसेना ने 24 मिसाइल हमलों के जरिए नौ स्थानों पर स्थित आतंकी शिविरों को निशाना बनाया, जिनमें लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और हिज्बुल मुजाहिदीन जैसे संगठनों के ठिकाने शामिल थे ।

राष्ट्रपति को जानकारी देने का उद्देश्य

प्रधानमंत्री मोदी का राष्ट्रपति से मुलाकात का उद्देश्य ऑपरेशन की प्रगति, रणनीति और अब तक की उपलब्धियों के बारे में उन्हें अवगत कराना है। इससे यह संकेत मिलता है कि सरकार इस मुद्दे को संवैधानिक रूप से गंभीरता से ले रही है और उच्चतम स्तर पर पारदर्शिता बनाए रखना चाहती है।

वर्तमान स्थिति

ऑपरेशन सिंदूर के चलते भारत-पाकिस्तान संबंधों में तनाव बढ़ गया है। पाकिस्तान ने जवाबी कार्रवाई में नियंत्रण रेखा पर गोलीबारी की, जिसमें भारतीय क्षेत्र में तीन नागरिकों की मौत हो गई ।

प्रधानमंत्री की राष्ट्रपति से यह मुलाकात इस बात का संकेत है कि भारत सरकार आतंकवाद के खिलाफ सख्त रुख अपनाए हुए है और इस मुद्दे पर सभी संवैधानिक संस्थाओं को शामिल कर रही है।