पहलगाम है बॉलीवुड की पहली पसंदीदा प्लेस, जानिए कितनी फिल्मो की हुई शूटिंग

पहलगाम की हसीन वादिया : जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पूरे देश में शोक का माहौल है। देशवासियो का आक्रोश अभी थमा नहीं है। वहीं बॉलीवुड की दुनिया में भी दर्द छाया हुआ है। आपको जानकार हैरानी होगी कि बॉलीवुड की अधिकतर फिल्में कश्मीर के पहलगाम में हुई शूट हुई है। लेकिन एक झटके में इतनी खूबसूरत जगह मातम में बदल गई। लोगो की ख्वाहिश होती है पहलगाम घुमने की लेकिन 22 अप्रैल 2025 को हुए आतंकी हमले के बाद देशवासियो में डर का माहौल है।

कश्मीर वो जगह जिसे धरती पर स्वर्ग कहा जाता है। लेकिन स्वर्ग पर खून-खराबा भला कौन चाहता होगा। कश्मीर हंसी वादिया डायरेक्टर की पहली पसंद होती है। वे खासकर जम्मू कश्मीर को ही फिल्मो के सीन के लिए चुनते है। आइए इसी कड़ी में आपको बताते है कश्मीर और पहलगाम, गुलमर्ग, डल झील में कौन-कौन सी फिल्म शूट हुई है।

पहलगाम में ‘बजरंगी भाईजान’ की शूटिंग

सलमान खान की फिल्म ‘बजरंगी भाईजान’ की शूटिंग कश्मीर के पहलगाम में हुई थी। पहलगाम में फेमस बेताब वैली, बैसरन मैडो में फिल्मो के इमोशनल क्लाइमैक्स को फिल्माया गया था। बैसरन मैडो को मिनी स्वीटरजरलैंड के नाम से मशहूर है। आपको बतादे कि बजरंगी भाईजान का एक कव्वाली ‘भर दो झोली मेरी’ जिसमें अदनान सामी को देखा गया था। इस दमदार कव्वाली को पहलगाम के ऐशमुकाम गांव में शूट किया गया था।

शाहिद कपूर की फिल्म ‘हैदर’

पहलगाम वैली कश्मीर की टॉप टूरिस्ट डेस्टिनेशन में से एक रही है। शाहिद कपूर की सुपरहिट फिल्म ‘हैदर’ की शूटिंग भी पहलगाम में हुई थी। इसके अलावा सन् 1983 में पहलगाम में फिल्म ‘बेताब’ की शूटिंग भी पहलगाम में हुई थी। जिसके बाद इस जगह का नाम बेताब वैली पड़ गया। इसके बाद डिंपल कपाड़िया और ऋषि कपूर की फिल्म ‘बॉबी’ की शूटिंग भी यही हुई। वहीं जिसके बाद राजेश खन्ना स्टारर फिल्म रोटी और शबाना आजमी की खामोश फिल्म भी पहलगाम की हसीन वादियो में शूट हुई थी।

आलिया भट्ट की ‘हाईवे’ और फिल्म ‘राजी’ 

इनके अलावा इम्तियाज अली की फिल्म ‘हाईवे’ और मेघना गुलजार की फिल्म ‘राजी’ भी पहलगाम में शूट हुई थी। दोनो फिल्मो में आलिया भट्ट ने लीड रोल निभाए थे। इसके अलावा यश चोपड़ की फिल्म ‘जब तक है जान’ के लिए पहलगाम को ही चुना गया। वहीं साउथ एक्टर विजय देवरकोंडा और समांथा रूथ प्रभु स्टारर फिल्म ‘खुशी’ की शूटिंग भी पहलगाम में हुई थी।