पहलगाम terrorist attack: खून बहाया तो हुक्का-पानी बंद

स्वतंत्र समय, नई दिल्ली/श्रीनगर

पहलगाम आतंकी हमले ( terrorist attack ) के बाद भारत ने सख्त कदम उठाएं हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में सुरक्षा मामलों की कैबिनेट की मीटिंग में 5 बड़े फैसले लिए गए हैं। सिंधु जल समझौता को रोक दिया गया है, अटारी बॉर्डर से आवाजाही बंद कर दी गई है।

terrorist attack के बाद पाकिस्तानियों को देश छोड़ने को कहा

आतंकी हमले ( terrorist attack ) के बाद पाकिस्तानियों का वीजा तत्काल प्रभाव से बंद करते हुए 48 घंटे में देश छोड़ने के लिए कहा गया है। वहीं पाकिस्तान में भारतीय दूतावास बंद कर दिया गया है और भारत में भी पाकिस्तानी दूतावास बंद करके 7 दिन में पाकिस्तानी राजनियक को देश छोड़ने के लिए कह दिया गया है। साथ ही किसी भी पाकिस्तानी नागरिक को अगले फैसले तक भारतीय वीजा नहीं दिया जाएगा। उधर, पहलगाम के बैसरन में आतंकी हमले के दूसरे दिन बुधवार को श्रीनगर से दिल्ली तक बैठकों का दौर चला। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में सुरक्षा मामलों की कैबिनेट की मीटिंग हुई। पीएम आवास पर मोदी की अध्यक्षता में ढाई घंटे बैठक हुई। इसमें रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, गृहमंत्री अमित शाह, विदेश मंत्री एस जयशंकर, एनएस अजित डोभाल समेत कई अफसर मौजूद रहे।

संदिग्ध आतंकियों के स्केच जारी

सुरक्षा एजेंसियों ने पहलगाम हमले के संदिग्ध आतंकियों के स्केच जारी किए हैं। एजेंसियों ने हमले के चश्मदीदों की मदद से ये स्केच बनाए हैं। एजेंसियों के सूत्रों ने बताया कि इस हमले में आसिफ फौजी, सुलेमान शाह और अबु तल्हा शामिल थे। हालांकि, कौन सी तस्वीर किसकी है, यह साफ नहीं हो पाया है।

आतंकियों की तस्वीर वायरल आधिकारिक पुष्टि नहीं

सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हो रही है। बताया जा रहा है कि यह पहलगाम में हमला करने वाले 4 आतंकवादियों की तस्वीर है। हालांकि, अभी सेना या सुरक्षा एजेंसियों की तरफ से तस्वीर नहीं जारी की गई है सिर्फ संदिग्ध आतंकियों के स्केच जारी किए गए हैं। इंटेलिजेंस एजेंसियों के सूत्रों ने बताया कि 2 आतंकी पाकिस्तान के थे। 4 आतंकियों की वायरल फोटो में से एक पाकिस्तानी आतंकी बताया जा रहा है।

हमले का मास्टर माइंड सैफुल्लाह

इंटेलिजेंस सूत्रों ने बताया कि हमले का मास्टर माइंड लश्कर-ए तैयबा का डिप्टी चीफ सैफुल्लाह खालिद है, जो पाकिस्तान में मौजूद है। शुरुआती जांच में पता चला है कि हमले में 5 आतंकी शामिल थे। इनमें से दो लोकल और 3 पाकिस्तानी आतंकी थे। हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा के प्रॉक्सी विंग द रजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) ने ली है। पाकिस्तान के डिफेंस मिनिस्टर ख्वाजा आसिफ ने कहा कि इस हमले में हमारा कोई हाथ नहीं है। जम्मू-कश्मीर पुलिस और सुरक्षा बलों ने पूछताछ के लिए सैकड़ों लोगों को हिरासत में लिया। नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) भी जांच के लिए पहलगाम पहुंच गई है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने श्रीनगर के पुलिस कंट्रोल रूम में पहलगाम आतंकवादी हमले के पीडि़त परिवारों से मुलाकात की। जम्मू-कश्मीर में बुधवार को बंद का आह्वान किया गया था।

सुको पहुंचा आतंकी हमले का मामला

पहलगाम में पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। दावा किया गया है कि सुप्रीम कोर्ट में पर्यटकों की सुरक्षा की मांग को लेकर जनहित याचिका (पीआईएल) दायर की गई है। याचिका में कहा गया है कि गृह मंत्रालय और राज्यों को पहाड़ी स्थानों पर आने वाले पर्यटकों की सुरक्षा के लिए सशस्त्र बल की तैनाती के निर्देश दिए जाएं। अधिवक्ता विशाल तिवारी ने सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका दायर की है। याचिका में केंद्रीय गृह मंत्रालय और राज्यों को पहाड़ी राज्यों और दूरदराज के स्थानों पर आने वाले पर्यटकों की सुरक्षा के लिए सुरक्षा उपाय करने और उन स्थानों पर सशस्त्र बल तैनात करने के निर्देश देने की मांग की गई है, जहां बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं।