मिलीभगत से Jal Jeevan Mission के अधूरे कार्यों का किया भुगतान, 181 भी रहा बेअसर

स्वतंत्र समय, सिरोंज

विकासखंड के शासकीय स्कूलों और आंगनवाड़ियों (Anganwadis) में दर्ज बच्चों को जल जीवन मिशन ( Jal Jeevan Mission ) अंतर्गत शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने वाली योजना नकारा साबित हो रही है। विकासखंड में करोडो रुपये से ज्यादा राशि खर्च कर पेयजल यूनिट लगाई गई है, लेकिन गर्मी के दिनों में बच्चे बूंद-बूंद पानी को तरस रहे है। ऐसे में योजना के औचित्य पर सवाल उठ रहे है। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा ठेकेदार के माध्यम से आंगनबाड़ी और शासकीय स्कूलों में स्थित हैंडपंप पर हजारों रुपये खर्च कर सिंगल फेस मोटर, पाइप लाइन और वाटर टैंक लगाकर पेयजल यूनिट तैयार की है। कई जगह नल जल योजना से इसे जोड़ा गया है। विकासखंड की सैकड़ो आंगनबाड़ी एवं प्राथमिक व माध्यमिक स्कूलों में शासन का पैसा खर्च कर यह योजना क्रियान्वित की गई है, लेकिन गर्मी के इस दौर में बच्चों को प्यास बुझाने के लिए पानी नसीब नहीं हो रहा है। विभागीय अधिकारियों के निरीक्षण और ठेकेदार की लापरवाही से जहां सरकार की योजना कारगर साबित नहीं हो रही है, वहीं बच्चों को पेयजल के लिए भटकना पड़ रहा है।

Jal Jeevan Mission कहीं मोटर गायब तो कहीं पानी की टंकी

जल जीवन मिशन ( Jal Jeevan Mission ) योजना अंतर्गत कितने बड़े स्तर पर घोटाले को अंजाम दिया गया है इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है ग्राम पंचायत प्यारा खेड़ी के माध्यमिक शाला मे मोटर डालकर कनेक्शन तो कर दिया लेकिन चालू आज तक नहीं हुआ स्कूल के प्राचार्य द्वारा 181 व अन्य जगह शिकायत की है लेकिन अधिकारियों की ऐसी मनमानी की किसी की कोई सुनवाई नहीं है पड़ताल के दौरान अधिकांश स्कूलों में कहीं टंकी तो कहीं मोटर गायब नजर आई।

इनका कहना है

10 महीने पहले 181 पर शिकायत की थी आज दिन तक कोई निराकरण नहीं हुआ पानी की टंकी जिस दिन से लगी है एक दिन भी पानी नहीं आया काम पूरा है या अधूरा हमने किसी तरह का कुछ लिखकर नहीं दिया तो भुगतान कैसे हो गया
-देवेंद्र राजपूत, शासकीय प्राथमिक शाला प्रभारी, प्यारा खेड़ी