चैंपियंस ट्रॉफी की शुरुआत से कुछ ही घंटे पहले, कराची के नेशनल स्टेडियम में अन्य देशों के झंडों के बीच भारतीय ध्वज ‘तिरंगा’ की गैरमौजूदगी ने एक विवाद को जन्म दिया है, जो अब और भी गहरा गया है। सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो और चारों ओर हो रही आलोचना के बाद पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने सफाई पेश की है।
पीसीबी ने दी सफाई:
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने अपनी सफाई में कहा है कि उन्होंने केवल उन देशों के झंडे लगाए हैं जो पाकिस्तान में चैंपियंस ट्रॉफी के मैच खेलेंगे। पीसीबी ने यह भी बताया कि चूंकि भारतीय टीम टूर्नामेंट के अपने सभी मैच दुबई में खेलेगी, इसलिए उनका झंडा स्टेडियम में नहीं लगाया गया। इसी तरह, बांग्लादेश का झंडा भी नहीं लगाया गया क्योंकि उनकी टीम भी अपना पहला मैच दुबई में खेलेगी।
सोशल मीडिया पर बवाल:
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में चैंपियंस ट्रॉफी में भाग लेने वाले देशों के झंडे तो दिखाए जा रहे थे, लेकिन भारतीय झंडा गायब था। टूर्नामेंट 19 फरवरी से पाकिस्तान में शुरू हो रहा है। इस पर फैंस ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड पर जानबूझकर भारतीय ध्वज को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया।
पीसीबी की सफाई और आरोप:
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने इस विवाद को सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही अफवाहों और झूठी खबरों का हिस्सा बताया है। पीसीबी का कहना है कि कुछ लोग जानबूझकर पाकिस्तान की छवि को खराब करने की कोशिश कर रहे हैं। बोर्ड ने यह भी कहा कि पाकिस्तान के विभिन्न शहरों में चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान सभी टीमों के पोस्टर लगाए गए हैं, जिसमें भारतीय टीम का भी पोस्टर शामिल था।
गौरतलब है कि चैंपियंस ट्रॉफी आठ साल बाद हो रही है और पाकिस्तान इसका डिफेंडिंग चैंपियन है, जिसने 2017 के फाइनल में भारत को हराया था।