पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति लगातार खराब होती जा रही है। इसकी कई खबरे पुरे विश्व को चौंकाने लगी है। पाकिस्तान अपनी आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए भरकस प्रयास कर रहा है लेकिन शायद पाकिस्तान के अंदर की स्थिति सुधरने का नाम नहीं ले रही है।
ऐसी ही कुछ खबरो के बीच अब यह बात भी सामने आ रही है कि पाकिस्तान मंदी का सामना कर रहा है। ऐसे में अर्थव्यवस्था को बचाने के लिए पाकिस्तान अपनी राष्ट्रीय विमानन कंपनी पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (PIA) को बेचने की कोशिश को तेजी कर दिया है। पिछले हफ्ते आई मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस के निजीकरण के लिए केवल एक ही बोली मिली थी। यह बोली सरकार की उम्मीद से काफी कम रही। जिसे अब सरकार ने खुद खारिज कर दिया।
कतर या अबू धाबी खरीद सकते हैं पीआईए
पाकिस्तान में अब PIA के निजीकरण को लेकर एक नया अपडेट सामने आया है। पाकिस्तानी मीडिया की रिपोर्ट्स के अनुसार अब कतर या अबू धाबी इस एयरलाइन को खरीद सकते हैं। हालांकि, अभी तक इसकों लेकर कोई अधिकारिक जानकारी सामने नहीं आई है।
10 कंपनियों ने दिखाया पाकिस्तानी एयरलाइंस खऱीदने में उत्साह
पाकिस्तान सरकार के पास पीआईए पूरी हिस्सेदारी थी। अब सरकार राष्ट्रीय एयरलाइन में 51-100 फीसदी हिस्सेदारी बेचने की कोशिश कर रही है। इस साल की शुरुआत से एयरलाइन की हिस्सेदारी की बिक्री शुरू हो गई थी। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार एयरलाइन की हिस्सेदारी खरीदने के लिए 10 कंपनियों ने दिलचस्पी दिखाई।
पाकिस्तान का न्यूज चैंनल एआरवाई न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान सरकार जी2जी एग्रीमेंट के तहत विदेशी सरकार को राष्ट्रीय एयरलाइन की हिस्सादरी बेचने का प्लान बना रहा है। ऐसे में मीडिया रिपोर्ट के अनुसार कतर या अबू धाबी पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (PIA) की हिस्सेदारी खरीद सकता है। अगर कतर या अबू धाबी पीएआई को खरीद लेते हैं तो पाकिस्तान सरकार के पास PIA का अधिकार खत्म हो जाएगा। ऐसा माना जा रहा है कि कतर 2 अरब डॉलर में पीएआई खरीदने में “रुचि” दिखाई है।
क्यों बिक रहा पीआईए
पाकिस्तान की राष्ट्रीय एयरलाइन घाटे का सामना कर रही है। पिछले दो दशकों में एयरलाइन को 3.6 बिलियन डॉलर से ज्यादा का घाटा हुआ है। ऐसे में अब यह एयरलाइन कर्ज में डूब गई है। एयरलाइन के घाटे की वजह ज्यादा कर्मचारियों और भ्रष्टाचार को माना जा रहा है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार सितंबर 2023 के नौ महीने में राष्ट्रीय एयरलाइन को 75 बिलियन पीकेआर का घाटा हुआ। ऐसे में पाकिस्तान पहले ही नकदी की कमी का सामना कर रही है। ऐसे में अब सरकार ने राष्ट्रीय एयरलाइन को बेचने के प्रयास को तेज कर दिया है।