पंचायत चुनाव : उत्तराखंड में हरिद्वार को छोड़कर बाकी 12 जिलों में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए नामांकन की प्रक्रिया बुधवार से शुरू हो रही है। सभी जिलों में तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। राज्य निर्वाचन आयोग पंचायतों के 66,418 पदों पर दो चरणों में चुनाव कराएगा। दोनों चरणों के लिए नामांकन 2 से 5 जुलाई तक सुबह 8 बजे से शाम 4 बजे तक होगा। इसके बाद 7 से 9 जुलाई तक नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी। नाम वापस लेने की आखिरी तारीख 10 और 11 जुलाई तय की गई है, जिसमें सुबह 8 बजे से दोपहर 3 बजे तक उम्मीदवार अपना नाम वापस ले सकेंगे। आयोग ने शांतिपूर्ण और सही चुनाव प्रक्रिया के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए हैं।
चुनाव परिणाम 31 जुलाई को, तैयारी पूरी
प्रदेश के 89 विकासखंडों में पंचायत चुनाव होने जा रहे हैं। इसमें 55,587 ग्राम पंचायत सदस्य, 7,499 ग्राम प्रधान, 2,974 क्षेत्र पंचायत सदस्य और 358 जिला पंचायत सदस्य चुने जाएंगे। इन सभी पदों के लिए नामांकन की प्रक्रिया एक साथ पूरी की जाएगी। हालांकि, चुनाव दो चरणों में होंगे और दोनों चरणों के लिए चुनाव चिह्न (प्रतीक) अलग-अलग समय पर आवंटित किए जाएंगे। सभी जिलों में चुनाव की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं और प्रक्रिया शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिए आयोग ने सभी जरूरी कदम उठाए हैं।
पहले चरण के प्रतीक 14 को, दूसरे चरण के 18 जुलाई को मिलेंगे
पंचायत चुनाव के पहले चरण के लिए चुनाव चिन्ह 14 जुलाई को और दूसरे चरण के लिए 18 जुलाई को दिए जाएंगे। पहले चरण का मतदान 24 जुलाई को और दूसरे चरण का मतदान 28 जुलाई को होगा। दोनों चरणों के नतीजे 31 जुलाई को घोषित किए जाएंगे। अब तक चुनाव को लेकर अच्छी तैयारी देखी गई है। 30 जून तक कुल 6,853 नामांकन पत्रों की बिक्री हो चुकी है। इससे साफ है कि पंचायत चुनाव को लेकर लोगों में रुचि और भागीदारी बढ़ रही है। चुनाव आयोग ने सभी तारीखें तय कर दी हैं।