Panchkalyanak Mahotsav: जन्मकल्याणक पर शोभायात्रा में उमड़ा समाज

स्वतंत्र समय, इंदौर

छत्रपति नगर स्थित दलालबाग में आयोजित सात दिवसीय पंचकल्याणक महोत्सव ( Panchkalyanak Mahotsav ) के तहत शुक्रवार को जन्म कल्याणक का उत्सव मनाया गया। सुबह के सत्र में मुनिश्री विमल सागर एवं अनन्त सागर महाराज के सान्निध्य एवं प्रतिष्ठाचार्य विनय भैय्या, अनिल भैय्या, अमित जैन (वास्तुविद) के निर्देशन में पात्र शुद्धि, अभिषेक शांतिधारा का नित्य पूजन हुआ। 6.29 बजे से प्रभु का अवतरण (जन्म), बधाई गीत, शांति हवन, श्रीजी का पूजन एवं प्रात: 9 बजे इंद्र सभा एवं राज दरबार का पात्रों द्वारा नाटक के माध्यम से मंचन किया गया। इंद्राणी द्वारा प्रथम दर्शन सौधर्म इन्द्र द्वारा सहस्त्र दर्शन की विधि भी इस दौरान संपन्न की गई।

Panchkalyanak Mahotsav में बग्घियों में सवार थे इंद्र-इंद्राणी

श्री आदिनाथ दिगंबर जैन धार्मिक एवं पारमार्थिक ट्रस्ट एवं पंचकल्याणक महोत्सव ( Panchkalyanak Mahotsav ) समिति मुख्य आयोजक सचिन सुपारी ने बताया कि सुबह 10 बजे दलालबाग सें जन्मकल्याणक उत्सव की शोभायात्रा निकाली। यात्रा में 51 रथ, 21 ढ़ोल, 11 घोड़े, 2 बैंड़-बाजा पार्टी सहित शहनाई रथ, ऊंट, नगाड़े व लवाजमा अपनी विशेष प्रस्तुति देते हुए चल रहे थे। यात्रा में इंद्र-इंद्राणी बग्घियों में सवार थे तो वहीं समाज बंधु बैंड़-बाजों की स्वरलहरियों पर नाचते-झूमते मार्ग में चल रहे थे। दलालबाग से प्रारंभ जुलूस कालानी नगर होते हुए पुन: दलालबाग पहुंचा जहां जुलूस का समापन हुआ। जुलूस के मार्ग में विभिन्न सामाजिक संगठनों ने भीषण गर्मी को देखते हुए पेय पदार्थ सहित स्वल्पाहार की व्यवस्था भी की थी। मंगल जुलूस के पश्चात दोपहर 2 बजे से सांस्कृतिक कार्यक्रमों एवं मुनिराज ने सभी श्रावक-श्राविकाओं को जन्मकल्याणक का महत्व बताया। शाम 7 बजे महाआरती एवं 8 बजे से सौधर्म इंद्र का ताण्डव नृत्य की पात्र बने कलाकारों ने प्रस्तुति दी। शुक्रवार को आयोजित जन्मकल्याणक की शोभायात्रा में प्रकाशचंद्र जैन, रमेशचंद्र जैन, राजकुमार रसिया, डॉ. जितेंद्र जैन, राजेश जैन दद्दू रमेशचंद्र जैन (51नंबर स्कीम), कमल चैलेंजर, भूपेंद्र जैन, जिनेश जैन सहित हजारों की संख्या में समाज बंधु उपस्थित थे। मुख्य आयोजक सचिन सुपारी, विपुल बांझल ने बताया कि शनिवार 23 मार्च को तप कल्याणक का उत्सव मनाया जाएगा। जिसमें विभिन्न विधियां प्रतिष्ठाचार्यों द्वारा संपन्न की जाएगी। वहीं रविवार 24 मार्च को ज्ञान कल्याणक के साथ ही आचार्यश्री विद्यासागर महाराज के जीवन पर आधारित लेजर शो का आयोजन होगा। जिसमें समाज बंधु बड़ी संख्या में उपस्थित होंगे। वहीं 25 मार्च को इस सात दिवसीय पंचकल्याणक महोत्सव का समापन होगा।

उतना ही ले थाली में, व्यर्थ न जाए नाली में

मुख्य आयोजक सचिन सुपारी ने बताया कि पंचकल्याणक महोत्सव में आने वाले समाज बंधुओं को सामाजिक सरोकार का संदेश भी दिया जा रहा है। वहीं भोजन स्थल पर अलग-अलग संगठन व समितियों के सदस्यों द्वारा सेवाऐं भी दी जा रही है। महोत्सव में आने वाले अतिथियों और मुख्य अतिथियों को भोजन स्थल पर थाली में झूठन नहीं छोडऩे के संदेशों के साथ ही भोजन स्थल पर उतना ही ले थाली में व्यर्थ न जाए नाली में जैसे स्लोगन भी भोजन शाला में लगाएं गए हैं। भोजन स्थल पर समाजसेवी राजेश जैन दद्दू द्वारा आने जाने वालों की व्यवस्था के साथ ही समाजजनों को थाली में झूठा छोडऩे पर रोक-टोक भी कर रहे हैं।

मुनि सुव्रतनाथ भगवान की प्रतिमा होगी विराजित

सात दिवसीय पंचकल्याणक महोत्सव में सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे। पंचकल्याणक महोत्सव की सभी विधियां विनय भैय्या के निर्देशन में संपन्न की जाएगी। सात दिनों तक चलने वाले इस महोत्सव में पांच फीट की श्वेत वर्ण पाषाण की मुनि सुव्रतनाथ भगवान की प्रतिमा के साथ ही अन्य 15 तीर्थंकरों की प्रतिमा भी छत्रपति नगर स्थित नूतन जिनालय में विराजित की जाएगी।