अंतरराष्ट्रीय कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा (सीहोर वाले ) 3 से 9 फरवरी 2023 तक बुरहानपुर में करेंगे श्री शिव महापुराण कथा 

क्षेत्र में बहेगी धर्म की गंगा पंडित प्रदीप मिश्रा जी की ब्रघ्नपुर में श्री शिवमहापुराण कथा के प्रचार-प्रसार हेतु विगत 6 सप्ताह से बुरहानपुर जिले में ग्राम हो या शहरी क्षेत्र प्रत्येक भाग में लगभग 279 स्थानों पर ‘‘भक्ति फेरी‘‘ निकाली जा चुकी है।

कथा परिसर का नाम होगा ‘‘समरसता सुमंगलम् परिसर‘‘ 

बुरहानपुर- अंतरराष्ट्रीय कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा (सीहोर वाले ) 3 से 9 फरवरी 2023 तक बुरहानपुर में श्री शिव महापुराण कथा करेंगे, यह जानकारी शनिवार को आयोजित प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए कथा संयोजक एवं पूर्व मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस (दीदी) ने दी। श्रीमती चिटनिस ने कहा कि प्रकृति की पूजा और संसार के समस्त प्राणी जगत के प्रति स्नेह के व्यवहार का भाव ही भगवान शिवजी की आराधना है। शिव परिवार को इस विश्व में निहित प्रत्येक जीव-जंतु एवं धरती के समस्त गोचर-अगोचर पदार्थांे से असीम प्रेम है। भगवान भोलेनाथ अत्यंत सरल तथा सभी के आराध्य देव है। श्री शिव महापुराण में सांसारिक जीवन की दैनंदिनी समस्याओं का विभिन्न पूजा-पद्धतियों तथा अनुष्ठानों से निदान एवं शिव जी की आख्यान कथा व्यास पंडित प्रदीप जी मिश्रा के श्रीमुख से हमें ब्रघ्नपुर की पुण्य भूमि से सुनने मिलेगा।

कथा परिसर का नाम होगा ‘‘समरसता सुमंगलम् परिसर‘‘

समिति के प्रचार-प्रसार प्रमुख ईश्वर चौहान एवं जनजागरण प्रमुख सुभाष चौहान ने कहा कि वैदिक काल से ही सामाजिक समरसता सनातन की शक्ति रही है। श्री शिव महापुराण कथा समिति द्वारा गहन विचार-विमर्श के बाद कथा परिसर का नाम बहुउद्देशीय विचारों को परिपूर्ण करने हेतु समाज में एकात्मता एवं समरसता के भाव को सशक्त करने के लक्ष्य को दृष्टिगोचर रखते हुए कथा परिसर का नाम ‘‘समरसता सुमंगलम् परिसर‘‘ निर्धारित किया गया है। पंचमहाभूत-जल, पृथ्वी, अग्नि, वायु, तथा आकाश के प्रति हमारे सद व्यवहार से ही सभी का मंगल संभव है। इसी के परिणाम स्वरूप भूतकावन भगवान शंकर प्रसन्न हो प्राणी मात्र का कल्याण करेंगे। इसी प्रकार कथा परिसर में प्रवेश हेतु 6 प्रवेश द्वार बनाए गए है। इन प्रवेश द्वारों को जल एवं प्रकृति के प्रति आत्मीय भाव रखते हुए स्थानीय नदियों जैसे ताप्ती, मोहना, अमरावती, काजनी, उतावली एवं अन्य नदियों के नाम से जाना जाएगा।

6 स्थानों पर रहेंगी पार्किंग व्यवस्था

सुविधा हेतु कथा स्थल के समीप 6 स्थानों पर पार्किंग व्यवस्था की गई है। शाहपुर, खकनार एवं शिकारपुरा क्षेत्र से आने वाले शिव भक्तों के लिए शिकारपुरा थाने के सामने से होते हुए छोटी रेणुका माता मंदिर के समीप पार्किंग की व्यवस्था की गई है। इसी प्रकार ईच्छापुर एवं इस क्षेत्र से महाराष्ट्र से आने वाले भक्तों को हतनूर पुलिया से आने का आग्रह किया गया है, इनके लिए पार्किंग की व्यवस्था हेलीपेड के सामने पार्किंग व्यवस्था की गई है। वहीं बहादरपुर, लोनी एवं रावेर महाराष्ट्र तथा इंदिरा कॉलोनी व लालबाग क्षेत्र से आने वाले भक्तों के लिए मंगल मिलाप परिसर के बाजु से सन सिटी में पार्किंग व्यवस्था की गई है। शहर से पैदल आने वालें शिव भक्तों के लिए निमाड़ हॉस्पिटल एवं पार्किंग के बाजु से मार्ग से आने की विशेष व्यवस्था की गई है।

प्रसाद सेवा
समिति के गिरीश शाह ने बताया कि अनेक शहरी बस्तियों, कॉलोनियों और ग्रामीण क्षेत्रों के कई गांव इस भोजन प्रसादी में अपने-अपने घरों से 30 से 50 रोटी बनाकर अपनी ही व्यवस्था से ‘‘मां अन्नपूर्णा प्रसादालय‘‘ तक पहुंचाएंगे। इसमें करीब 14-16 गांवों द्वारा विशेष व्यवस्था की गई है। विभिन्न सामाजिक संगठनों, समाजों द्वारा सेवा देने हेतु भक्तों के लिए गरम पानी मुहैया कराने तथा नाश्ता एवं स्वल्पाहार भक्तों को देने की बात भी कही गई है। इस प्रकार बुरहानपुर जिले का प्रत्येक परिवार इस कथा से जुड़कर अपना सहभाग दे सकेंगा।

भगवान भोले की बारात

30 जनवरी सोमवार 2023 को परंपरा और आधुनिकता के संयोजन में भगवान भोले की बारात धूमधाम से निकाली जाएगी। भगवान भोले की बारात गणपति नाका स्थित गणपति मंदिर से प्रारंभ होगी, जो शहर के प्रमुख मार्ग, सिंधीपुरा गेट, बुधवारा चौराहा, ढोलीवाड़ा, सिटी कोतवाली, फव्वारा चौक, गांधी चौक, कमल तिराहा, तहसील कार्यालय, नेहरू चौक, मुख्य पोस्ट ऑफिस, डाकवाड़ी, राजपुरा चौराहा, पांडुमल चौराहा, बाई साहब की हवेली, शनि मंदिर, फव्वारा चौक होते हुए किला स्थित शिव मैदान पहुंचेंगी। घोड़े, बग्गी, बैंड-बाजे, डीजे, झांकी, त्रिशुल, डमरू, गदा, मंजीरा, आदिवासी ढोल, शिव जी, नंदी आकर्षण का केन्द्र रहेंगे। परंपरागत वेषभूषा में महिलाएं-पुरूष शामिल होंगे। भोले की बारात का स्थान-स्थान पर स्वागत द्वार लगाकर स्वागत किया जाएगा। भक्तों के लिए पेयजल, स्वल्पाहार की व्यवस्था रहेगी। तय मार्ग पर घरों के सामने रंगोली सजाई जाएगी। भोले की बारात में विभिन्न व्यायाम शालाओं के अखाडे के सदस्य, गणेश उत्सव समिति, नवदुर्गा उत्सव समिति के सदस्य, सामाजिक क्षेत्रों के समस्त गणमान्य नागरिक सम्मिलित होंगे।

पानी की बोतल एवं थैली साथ लेकर आने हेतु किया आग्रह

श्री शिव महापुराण कथा समिति ने कथा में आने वाले शिव भक्तों से आग्रह किया है कि अपने साथ घर से ही पानी की बोतल लेकर आएं। साथ ही चप्पल-जुते रखने हेतु घर से थैली लेकर आए। जिससे कथा परिसर में स्वच्छता बनी रहे और भक्तों को कोई असुविधा न हो सके।