Parag Agrawal Comeback: ट्विटर छोड़ने के बाद पराग अग्रवाल की नई AI कंपनी ‘Parallel’, एलन मस्क को सीधी टक्कर

करीब तीन साल पहले टेक्नोलॉजी की दुनिया में एक बड़ा घटनाक्रम हुआ था जब एलन मस्क ने ट्विटर का अधिग्रहण किया। उसी समय कंपनी के तत्कालीन CEO पराग अग्रवाल को पद से हटना पड़ा। अचानक मिली इस बड़ी चुनौती के बावजूद पराग ने हार मानने के बजाय खुद को नए रास्तों पर आगे बढ़ाया। आज वही पराग सिलिकॉन वैली में अपनी नई कंपनी Parallel Web Systems Inc के ज़रिए एक बार फिर सुर्खियों में हैं। उनकी यह नई पहल इस बात का उदाहरण है कि मुश्किल हालात भी नई संभावनाओं का रास्ता खोल सकते हैं।

पराग अग्रवाल की शैक्षणिक और पेशेवर पृष्ठभूमि

पराग अग्रवाल का ताल्लुक राजस्थान के अजमेर से है। उनकी पढ़ाई शुरू से ही शानदार रही। उन्होंने IIT बॉम्बे से कंप्यूटर साइंस में बीटेक किया और उसके बाद उच्च शिक्षा के लिए अमेरिका का रुख किया। स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से उन्होंने मास्टर्स और पीएचडी दोनों पूरी कीं। इसके बाद उनका करियर ट्विटर से गहराई से जुड़ गया, जहां उन्होंने कई वर्षों तक अहम जिम्मेदारियां संभालीं। नवंबर 2021 में, जब ट्विटर के सह-संस्थापक जैक डॉर्सी ने CEO पद छोड़ा, तो कंपनी की बागडोर पराग को सौंपी गई। हालांकि, अक्टूबर 2022 में एलन मस्क द्वारा ट्विटर खरीदे जाने के बाद उन्हें पद से हटना पड़ा।

पैरेलल वेब सिस्टम्स (Parallel Web Systems) की स्थापना

ट्विटर से बाहर निकलने के बाद पराग ने लंबा ब्रेक लेने की बजाय नए आइडियाज़ पर काम करना शुरू किया। साल 2023 में उन्होंने Parallel Web Systems की नींव रखी। कैलिफ़ोर्निया के पालो आल्टो में उन्होंने करीब 25 लोगों की टीम तैयार की। यह कंपनी बेहद कम समय में तेज़ी से आगे बढ़ी और सिर्फ दो साल में ही 30 मिलियन डॉलर यानी लगभग 240 करोड़ रुपये की फंडिंग हासिल कर ली। इसमें Khosla Ventures, First Round Capital और Index Ventures जैसे नामचीन वेंचर कैपिटल फर्म्स ने निवेश किया है।

पैरेलल का काम करने का तरीका और खासियत

Parallel का प्लेटफॉर्म आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की दुनिया में एक नई दिशा देता है। यह इंटरनेट से रियल-टाइम रिसर्च करने की क्षमता AI एप्लिकेशंस को उपलब्ध कराता है। कंपनी ने इसमें आठ अलग-अलग “रिसर्च इंजन” शामिल किए हैं, जिनमें से सबसे ताकतवर Ultra8x है। यह इंजन लगातार 30 मिनट तक गहन खोज करने की क्षमता रखता है। कंपनी का दावा है कि Ultra8x ने GPT-5 जैसे एडवांस्ड मॉडल को भी 10% से अधिक अंतर से पीछे छोड़ दिया है। यह प्लेटफॉर्म कई क्षेत्रों में उपयोगी साबित हो सकता है—
• AI कोडिंग असिस्टेंट्स के लिए GitHub से कोड लाना।
• रिटेल सेक्टर में कंपनियों को प्रोडक्ट कैटलॉग अपडेट करने और ट्रैक करने में मदद करना।
• मार्केट एनालिस्ट्स के लिए बड़े पैमाने पर डेटा को व्यवस्थित करना।
• चैटबॉट्स को लो-लेटेंसी API उपलब्ध कराना ताकि वे अधिक तेजी और कुशलता से काम कर सकें।

ट्विटर विवाद के बाद नई दिशा

एलन मस्क के साथ ट्विटर को लेकर चली कानूनी लड़ाई और अचानक CEO पद से हटाए जाने की घटना पराग के लिए एक झटका थी। लेकिन उन्होंने इस दौर को निराशा में बदलने के बजाय खुद के लिए प्रेरणा बना लिया। वह अक्सर कॉफी शॉप्स में बैठकर रिसर्च पेपर पढ़ते और कोड लिखते थे। धीरे-धीरे उनका यह प्रयोग Parallel के रूप में आकार लेने लगा। आज उनकी कंपनी न केवल निवेशकों को आकर्षित कर रही है, बल्कि सीधे तौर पर AI रेस में एलन मस्क जैसी हस्तियों को चुनौती भी दे रही है।

भविष्य को लेकर पराग का विज़न

पराग अग्रवाल का मानना है कि आने वाले समय में AI का इस्तेमाल बिल्कुल नए स्तर पर पहुंचेगा। उनके अनुसार भविष्य में हर व्यक्ति इंटरनेट पर अपने काम करवाने के लिए लगभग 50 AI एजेंट्स तैनात करेगा। ये एजेंट्स व्यक्तिगत सहायक की तरह काम करेंगे और यह बदलाव अगले ही साल से देखने को मिलेगा। इस दृष्टिकोण से Parallel केवल एक कंपनी नहीं बल्कि भविष्य की डिजिटल क्रांति की झलक भी पेश कर रही है।