Parenting Tips: हर माता-पिता की ख्वाहिश होती है कि उनका बच्चा होशियार, समझदार और हर किसी से अलग हो। लेकिन क्या आप जानते हैं कि बच्चों की बुद्धि और समझदारी सिर्फ स्कूल या ट्यूशन से नहीं, बल्कि घर की कुछ छोटी-छोटी आदतों से भी विकसित होती है? जी हां, रिसर्च भी मानती है कि पेरेंट्स की रोजमर्रा की कुछ आदतें बच्चों के दिमागी विकास में बहुत बड़ी भूमिका निभाती हैं।
1. बच्चों के सवालों को टालें नहीं
बच्चों का दिमाग जिज्ञासाओं से भरा होता है। वे हर चीज पर सवाल उठाते हैं: ‘पानी गिरता क्यों है?’, ‘आप ऑफिस क्यों जाते हो?’ या ‘आसमान नीला क्यों होता है? अक्सर हम इन सवालों को बेवजह मानकर अनसुना कर देते हैं या आधे-अधूरे जवाब देते हैं। लेकिन यही वक्त होता है जब आप उनके सोचने और समझने की क्षमता को पंख दे सकते हैं। उनके हर सवाल को ध्यान से सुनें और कोशिश करें कि उन्हें आसान और सही जवाब दें। इससे उनका दिमाग खुलेगा और सोचने की आदत विकसित होगी।
2. हर दिन बच्चों से बात करें
आज के डिजिटल युग में बच्चों से बातचीत कम होती जा रही है। मगर क्या आप जानते हैं, रोजाना बच्चों से खुलकर बात करना उनके आत्मविश्वास, भाषा कौशल और भावनात्मक समझ को बढ़ाता है? रात को खाने के वक्त या सोने से पहले 10 मिनट उनके साथ बिताएं। पूछें, ‘आज स्कूल में क्या नया सीखा?’, ‘तुम्हें सबसे अच्छा क्या लगा?’ या ‘क्या आज कुछ अजीब लगा?’।
जब आप उन्हें ध्यान से सुनते हैं, तो वे खुद को समझा हुआ महसूस करते हैं और आत्मनिर्भर बनते हैं।
3. पढ़ाई के साथ खेल जरूरी है
आजकल बहुत से माता-पिता बच्चों को सिर्फ पढ़ाई में ही झोंक देना चाहते हैं, लेकिन यह बहुत बड़ी गलती है। खेलने-कूदने से न सिर्फ उनका शरीर मजबूत होता है, बल्कि दिमाग भी तेज़ चलता है। बच्चों को बाहर दौड़ने, साइकिल चलाने, या पार्क में खेलने के लिए प्रेरित करें। साथ ही, पेंटिंग, लेगो, पज़ल्स और स्टोरी टेलिंग जैसी एक्टिविटीज भी उनके क्रिएटिव माइंड को मजबूत करती हैं।