Parenting Tips: वर्किंग पैरेंट्स जाने लें ये 7 स्मार्ट ट्रिक्, बच्चों के साथ रिश्ता होगा डीप; करियर भी रहेगा सेट

Parenting Tips: आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में वर्किंग पेरेंट्स का सबसे बड़ा चैलेंज होता है, टाइम मैनेजमेंट। सुबह बच्चों को उठाना, तैयार करना, टिफिन बनाना और फिर ऑफिस भागना…फिर शाम को थक कर लौटने के बाद बच्चों को संभालना, उनका होमवर्क देखना और खाना खिलाना! ऐसे में लगता है जैसे 24 घंटे भी कम पड़ रहे हैं।

लेकिन घबराइए नहीं, कुछ आसान और स्मार्ट टाइम मैनेजमेंट टिप्स अपनाकर आप न सिर्फ वर्क और पेरेंटिंग बैलेंस कर सकते हैं, बल्कि बच्चों के साथ क्वालिटी टाइम भी बिता सकते हैं।

दिन की शुरुआत हो प्लानिंग से
सुबह उठते ही 10 मिनट अपने दिन की रूपरेखा तैयार करें। बच्चों के स्कूल का टाइम, आपकी मीटिंग्स, किचन के काम सब कुछ एक डायरी या मोबाइल ऐप में नोट करें। इससे जल्दीबाजी और भूलने की समस्या नहीं होगी।

बच्चों को रूटीन में शामिल करें
बच्चों को छोटे-छोटे काम खुद करने की आदत डालें जैसे बैग पैक करना, कपड़े निकालना, होमवर्क करना। इससे वे आत्मनिर्भर बनेंगे और आपका समय बचेगा।

‘क्वालिटी टाइम’ बनाएं ‘फोकस्ड टाइम’
हर दिन कम से कम 30 मिनट सिर्फ बच्चों के साथ बिताएं, वो भी बिना मोबाइल या लैपटॉप के। कहानी सुनाएं, गेम खेलें या बस साथ में खाना खाएं। ये छोटा समय बच्चों के लिए बहुत कीमती होता है।

ऑफिस और घर का रखें साफ फर्क
वर्क फ्रॉम होम हो या ऑफिस, एक स्पष्ट सीमा तय करें। बच्चों को भी सिखाएं कि जब मम्मी-पापा ‘वर्क मोड’ में हों, तो उन्हें कैसे सपोर्ट करना है।

हर हफ्ते एक ‘फैमिली डे’ जरूर मनाएं
हर सप्ताह एक दिन सिर्फ परिवार के लिए रखें। साथ मूवी देखना, पार्क जाना या घर पर गेम्स खेलना ये बच्चों के साथ बॉन्ड मजबूत करता है।

गिल्ट फीलिंग को कहें अलविदा
वर्किंग पैरेंट्स खुद को दोषी महसूस करते हैं कि वे बच्चों को समय नहीं दे पा रहे, लेकिन याद रखें आप उन्हें एक प्रेरणा दे रहे हैं कि कैसे जिम्मेदारियां निभाई जाती हैं।

टेक्नोलॉजी को बनाएं हेल्पर
रिमाइंडर, डिजिटल कैलेंडर, क्लाउड नोट्स और शॉपिंग ऐप्स से अपने काम को आसान बनाएं। बच्चों के स्कूल, मेडिकल और एक्टिविटीज को ट्रैक करना भी आसान हो जाएगा।