उपराष्ट्रपति चुनाव में PC मोदी बने निर्वाचन अधिकारी, चुनाव प्रक्रिया हुई आगे

उपराष्ट्रपति चुनाव : जगदीप धनखड़ के अचानक इस्तीफा देने के बाद, चुनाव आयोग ने नए उपराष्ट्रपति के चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है। चुनाव अधिकारी के तौर पर राज्यसभा महासचिव पीसी मोदी को चुना गया है और दो सहायक अधिकारी भी बनाए गए हैं। यह सब राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति चुनाव के नियम 1974 के तहत हो रहा है। अगले कुछ दिन में चुनाव का समय बताया जाएगा। पिछले चुनाव में लोकसभा महासचिव ने काम संभाला था, अब इस बार राज्यसभा महासचिव पीसी मोदी इस काम को करेंगे। इस्तीफा स्वास्थ्य संबंधी वजह से दिया गया था, जबकि धनखड़ का कार्यकाल 10 अगस्त 2027 तक लंबित था।

विपक्ष का साझा उम्मीदवार: लोकतांत्रिक संदेश देने की तैयारी

सूत्रों के अनुसार, विपक्षी दल उपराष्ट्रपति पद के लिए एक साथ मिलकर उम्मीदवार चुनने की तैयारी कर रहे हैं। उनका मानना है कि इससे देश में एक मजबूत राजनीतिक संदेश जाएगा। विपक्ष यह मुद्दा भी उठा रहा है कि धनखड़ ने वर्तमान सरकार के तरीके से नाराज होकर इस्तीफा दिया है। पिछली बार विपक्ष ने मार्गरेट अल्वा को अपना संयुक्त उम्मीदवार बनाया था।

चुनाव में वोटों के लिहाज से भाजपा सबसे आगे

संसद के दोनों सदनों में कुल 782 सदस्य हैं, इसलिए जीतने के लिए किसी उम्मीदवार को कम से कम 392 वोट चाहिए। इस चुनाव में लोकसभा और राज्यसभा के सभी सदस्य, जिनमें मनोनीत सदस्य भी शामिल हैं, वोट डालते हैं। लोकसभा में कुल 543 सदस्य हैं, जिनमें भाजपा गठबंधन के 293 सदस्य हैं। राज्यसभा में कुल 240 सदस्य हैं, जिनमें एनडीए के 130 और इंडिया गठबंधन के 79 सदस्य हैं। इसका मतलब भाजपा गठबंधन के वोट ज्यादा मजबूत हैं।

भाजपा जल्द अपने उपराष्ट्रपति उम्मीदवार पर फैसला करेगी

सूत्रों के अनुसार, भाजपा जल्दी ही उपराष्ट्रपति पद के लिए अपना उम्मीदवार चुनने के लिए मंथन शुरू करेगी। सहयोगी दलों का कहना है कि इस बार पार्टी नई प्रयोगधर्मिता नहीं करेगी, बल्कि संगठन की मजबूती और विचारधारा की सफाई पर ध्यान देगी। इसलिए, धनखड़ जैसा दूसरे दल से नेता नहीं, बल्कि अपनी पार्टी का अनुभवी नेता चुना जाएगा। चर्चा में जदयू सांसद हरिवंश का नाम भी है, जिन्होंने राज्यसभा के उपसभापति के रूप में अच्छा काम किया है।