Petrol-Diesel Price: अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट के बावजूद, भारत में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में स्थिरता बनी हुई है। ब्रेंट क्रूड के मौजूदा स्तर (71 डॉलर प्रति बैरल) पर होने के बावजूद, घरेलू उपभोक्ताओं को इसका सीधा लाभ नहीं मिल पा रहा है। सरकारी तेल कंपनियों ने सोमवार के लिए पेट्रोल-डीजल की कीमतें जारी की हैं, जिनमें किसी भी प्रकार का बदलाव नहीं किया गया है। गौरतलब है कि भारत में ईंधन की कीमतें मुख्यतः केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा लगाए गए टैक्स, परिवहन लागत और अन्य फैक्टर पर निर्भर करती हैं।
मार्च 2024 में हुआ था आखिरी संशोधन
14 मार्च को पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 2-2 रुपए प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई थी। इसके बाद से कीमतें स्थिर हैं।
संभावनाएं
• क्यों राहत नहीं मिल रही?
• टैक्स का उच्च स्तर: केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा लगाए गए टैक्स का प्रभाव।
• मुनाफे की भरपाई: तेल कंपनियां पिछले नुकसान की भरपाई कर रही हैं।
• क्या सस्ता हो सकता है ईंधन?
• अगर कच्चे तेल की कीमतें और नीचे आती हैं और सरकार टैक्स में कटौती करती है, तो उपभोक्ताओं को राहत मिल सकती है।
• हालांकि, मौजूदा स्थिरता को देखते हुए निकट भविष्य में कोई बदलाव संभव नहीं लगता।
देश में ईंधन कीमतों को लेकर उपभोक्ताओं को राहत देने के लिए नीतिगत कदम उठाने की आवश्यकता है।
देश के प्रमुख महानगरों में पेट्रोल और डीजल की मौजूदा कीमतें
पेट्रोल के दाम
• दिल्ली: ₹94.72 प्रति लीटर
• कोलकाता: ₹103.94 प्रति लीटर
• चेन्नई: ₹100.85 प्रति लीटर
• मुंबई: ₹103.94 प्रति लीटर
डीजल के दाम
• दिल्ली: ₹87.62 प्रति लीटर
• कोलकाता: ₹90.76 प्रति लीटर
• चेन्नई: ₹94.24 प्रति लीटर
• मुंबई: ₹89.97 प्रति लीटर
महत्वपूर्ण तथ्य
1. दिल्ली में सबसे सस्ता पेट्रोल और डीजल मिल रहा है, जबकि कोलकाता और मुंबई में पेट्रोल की कीमतें सबसे अधिक हैं।
2. टैक्स और परिवहन लागत में अंतर के कारण विभिन्न राज्यों में कीमतें अलग-अलग हैं।
सरकारी तेल कंपनियां प्रतिदिन सुबह 6:00 बजे पेट्रोल और डीजल के नए दाम जारी करती हैं। आज की स्थिति में किसी भी प्रकार का बदलाव नहीं हुआ है। इससे देशभर में लोगों को राहत मिली है, हालांकि ईंधन के दाम स्थिर होने के बावजूद महंगाई की समस्या अभी भी बनी हुई है। ईंधन की कीमतों में स्थिरता आमजन के बजट को संभालने में मदद करती है, लेकिन महंगाई के अन्य कारणों से लोगों को चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।